बिलासपुर। रविवार (05 जुलाई) को प्रार्थी ने थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया कि रविवार शाम करीब 05 बजे अपने दोस्त राजू यादव के साथ कारपेंटर का काम करने गया था। शाम करीब 06:45 बजे पैदल प्रार्थी अपने दोस्त राजू के साथ वापस घर आ रहे थे। शिव मंदिर के पीछे स्वीपर मोहल्ला के पास करीब 07:00 बजे पहूँचे तभी स्वीपर मोहल्ला डीपूपारा का नीरज ताम्बे व राजा ताम्बे दोनो प्रार्थी का रास्ता रोककर पैसे की मांग किये। प्रार्थी ने पैसे देने से मना किया तो नीरज ताम्बे व राजा ताम्बे दोनो प्रार्थी को मा-बहन की अश्लील गाली देने लगे। गाली देने से मना करने पर नीरत ताम्बे अपने जेब से चाकू निकाला और उसके साथी राजा ने पीछे से प्रार्थी का हॉथ पकड़ लिया। नीरज ताम्बे ने जब प्रार्थी को चाकू मारा तो प्रार्थी ने बचने की कोशिश किया, जिससे चाकू उसके बाये हॉथ के भुजा और हथेली मे लगा। नीरत ताम्बे प्रार्थी के जेब में रखे 160 रूपये को जबरन लूट लिया, उक्त घटना के दौरान प्रार्थी का साथी जो साथ में था डरकर भाग गया। नीरज ताम्बे व राजा ताम्बे प्रार्थी को जान से मार डालने की धमकी देते हुए, गाली गलौच करते है। वहाँ से चले गये कि प्रार्थी के रिपोर्ट पर उक्त अपराध धारा पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
मामले के दोनों आरोपियो की पतासाजी के दौरान मुखबिर से सूचना मिलने पर सूचना की जानकारी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को दिया गया, जिस पर पुलिस अधीक्षक महोदय प्रशांत अग्रवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर ओ.पी. शर्मा के निर्देश, एवं नगर पुलिस अधीक्षक आर. एन. यादव के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी निरीक्षक प्रदीप कुमार आर्य के द्वारा एक विशेष टीम गठित कर आरोपियों को घेराबंदी कर पकड़ा गया।
दोनों आरोपियों 01, नीरज ताम्बे पिता राजू ताम्बे उस्र 24 साल निवासी डीपूपारा शिव मंदिर के पीछे तारबाहर बिलासपुर, 02 राजा ताम्बे पिता प्रदीप ताम्बे उम्र 23 साल निवासी डीपूपारा शिव मंदिर के पीछे थाना तारबाहर बिलासपुर से पूछताछ करने पर घटना कारित करना स्वीकार किये। आरोपियों के द्वारा पेश करने पर लूटे गये मशरूका 160/- रूपये व घटना में प्रयुक्त बटनदार चाकू को समक्ष गवाहन, मुताबिक जप्ती पत्रक के जप्त किया गया। प्ररकण में आरोपियों को गिरफतार कर न्यायालय के समक्ष पेश किया गया।
सम्पूर्ण कार्यवाही में निरीक्षक प्रदीप कमार आर्य निरीक्षक प्रकाश कांत, उनि अशोक द्विवेदी, प्रधान आरक्षक 257 कृष्ण कुमार यादव, 151 अरविंद सिंह, आरक्षक 771 प्रमोद कसेर का विशेष योगदान रहा।