रायपुर
सुकमा जिले के रहने वाले श्री श्रीनिवास राव के लिए रोजगार मिल पाना बड़ी समस्या थी और पूंजी की कमी के चलते स्वरोजगार स्थापित करना भी संभव नहीं था। लेकिन अब स्वरोजगार अपनाकर वे अपना जीवन यापन सुचारू रूप से कर रहे हैैं और उनके जीवन स्तर में भी परिवर्तन आया है। उन्होंने बताया कि यह सब प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के चलते संभव हो पाया है। पहले रोजगार नहीं होने के कारण परिवार का गुजर-बसर ठीक से नहीं हो पाता था। गांव में रहने के कारण रोजगार के साधन भी सीमित थे। योजना से लाभ लेकर उन्होंने अन्य युवाओं को भी इसके लिए प्रेरित करना शुरू कर दिया है।
श्री राव ने बताया कि सितम्बर 2015 में जिला प्रशासन द्वारा प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत शिविर आयोजित किया गया था। इस शिविर से उन्हें उम्मीद की नई किरण नजर आयी। योजना के बारे में विस्तार से जानकारी मिलने के बाद उन्होंने शिशु ऋण के लिए आवेदन दिया। उन्होंने बताया कि बिना किसी जमानतदार के 50 हजार रूपए का ऋण स्वीकृत हो गया। इस राशि से उन्होंने सब्जी का व्यापार करना शुरू किया। उन्हें इस व्यवसाय से मुनाफा होने लगा है जिससे ऋण की किश्त भी आसानी से दे रहे हैं। श्री राव अपनी दुकान में योजना से संबंधित फलैक्स लगाकर अन्य युवाओं भी को प्रेरित कर रहे हैं। सरकार को इस योजना के लिए धन्यवाद देते हुए श्री राव कहते हैं कि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना से उनके जैसे लाखों बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिलेगा और उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा। पूंजी की कमी कहीं भी बाधक नहीं बनेगी। इस योजना से युवाओं का हौसला बढे़गा और उनके हुनर में निखार आएगा। सुकमा जिले में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत 242 लोगों को स्वरोजगार के लिए ऋण उपलब्ध कराया गया है। इनमें सर्वाधिक एक करोड़ 32 लाख रूपए का ऋण किशोर ऋण के अंतर्गत दिया गया है।