सीतापुर/अनिल उपाध्याय. विश्व सफाई दिवस के उपलक्ष्य में नगर में चलाया जा रहा स्वच्छता पखवाड़ा मजाक बनकर रह गया है।नगर में जगह जगह जमा कचरे का ढेर सफाई अभियान की पोल खोल रही है।सफाई अभियान को लेकर जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा बरती जा रही उदासीनता के कारण नगर की छवि धूमिल हो रही है।नगर को स्वच्छ बनाने चलाया जा रहा स्वच्छता पखवाड़ा कागजो में सिमट कर रह गया है।
विदित हो कि विश्व सफाई दिवस के उपलक्ष्य में नगर में स्वच्छता पखवाड़ा मनाया जा रहा है।जिसके तहत नगर में सफाई अभियान चलाकर स्वच्छता के प्रति लोगो को जागरूक करना है।किन्तु नगर पंचायत इस अभियान को लेकर गंभीर नजर नही आ रही है।स्वच्छता पखवाड़ा बीतने को है पर नगर की गंदगी जस की तस बनी हुई है। साफ सफाई के अभाव में नगर के गली मोहल्ले के अलावा चौक चौराहे भी गंदगी से सराबोर है।एक अक्टूबर से दो अक्टूबर गांधी जयंती पर सफाई को लेकर विशेष अभियान चलाया गया है।इसके बाद भी नगर में कचरे का अंबार जमा है।
नेशनल हाईवे के किनारे स्थित तहसील चौक के पास जमा कचरा स्वच्छता पखवाड़ा को पोल खोल रहा है।सफाई को लेकर चलाये गए विशेष अभियान के बाद भी नगर में जमा गंदगी जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही उजागर रही है। जिसे देख ऐसा लगता है कि जिम्मेदार अधिकारी नगर में सफाई अभियान को लेकर जरा भी गंभीर नही है।अधिकारियों की लापरवाही की वजह से स्वच्छता अभियान कागजो में सिमट कर रहा गया।
नगर की सफाई को लेकर नगरवासियों ने भी सवाल खड़े किए है।लोगो का कहना है कि नगर में जगह जगह जमा गंदगी से नगर का माहौल दूषित हो रहा है।इससे नगर की छवि भी धूमिल हो रही है।स्वच्छता पखवाड़ा के अवसर पर साफ सफाई को लेकर लोगो ने जो उम्मीद जताई थी।नगर पंचायत उस उम्मीद पर खरा नही उतरा।जिससे लोगो मे स्वच्छता अभियान को लेकर काफी असंतोष व्याप्त है।