रायपुर AIIMS में पढ़ रही 22 साल की एक छात्रा ने 2 जुलाई की रात खुदकुशी कर ली। वह हॉस्टल के कमरे में सीलिंग फैन से फंदा बांधकर झूल गई । एम्स प्रबंधन ने शनिवार को इस मामले की जानकारी मीडिया को दी। अब इस केस में आमानाका थाने की टीम जांच कर रही है। खुदकुशी की वजहों का पता नहीं चल सका है। पुलिस ने छानबीन में छात्रा के कमरे से एक सुसाइड नोट बरामद किया है। ये स्टूडेंट बिलासपुर की रहने वाली थी। लड़की के परिजन भी शनिवार को रायपुर पहुंच गए। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
आमानाका थाना प्रभारी भरत बरेठ ने बताया कि छात्रा का नाम साक्षी दुबे है। कमरे से हमें एक नोट मिला है। इस पर लिखा है, ‘सॉरी मम्मी, सॉरी पापा, मैं जीने के योग्य नहीं हूं।’ इंग्लिश में लिखा गया ये नोट छात्रा के शव के पास से जांच टीम को मिला है। पुलिस ने लड़की का मोबाइल फोन जब्त किया है। इसकी कॉल डिटेल और डाटा की जांच के बाद इस मामले में जल्द नए खुलासे हो सकते हैं।
साक्षी के पिता ने बताया कि एग्जाम का वक्त था, इसलिए परिवार के लोग उसे फोन करके डिस्टर्ब नहीं करते थे। साक्षी भी अपनी पढ़ाई में व्यस्त रहती थी। एम्स के हॉस्टल में रहने वाली दूसरी लड़कियों ने भी कहा कि उन्होंने भी कभी कुछ ऐसा नोटिस नहीं किया जिससे परेशान होकर साक्षी ने ये कदम उठाया हो।
शुक्रवार की रात साक्षी कमरे को अंदर से लॉक किया और सीलिंग फैन से कपड़े के जरिए फंदा लटकाया। इसी पर झूलकर अपनी जिंदगी खत्म कर ली। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर शव को बाहर निकाला। साक्षी रायपुर एम्स में बीएससी (पैरामेडिक्स) की छात्रा थी, वो एम्स परिसर के नर्सिंग हॉस्टल में रह रही थी।