
अम्बिकापुर..(सीतापुर/अनिल उपाध्याय)..धान बीज वितरण में भारी लापरवाही और किसानों से असहयोगपूर्ण व्यवहार को लेकर नर्मदापुर सेवा सहकारी समिति फिर से विवादों में आ गई है। इस बार मामला इतना गंभीर हुआ कि निरीक्षण पर पहुँचे कलेक्टर डॉ. विलास भोसकर ने मौके पर ही नाराजगी जताते हुए समिति प्रभारी को निलंबित करने के निर्देश दे दिए।
किसानों की शिकायत पर खुला मामला
कलेक्टर जब नर्मदापुर समिति पहुंचे, तो उन्होंने खाद और बीज वितरण की जानकारी ली। इस दौरान समिति में उपस्थित किसानों से सीधा संवाद भी किया। बातचीत में किसानों ने खुलकर अपनी समस्याएं साझा कीं और समिति प्रभारी पर गंभीर आरोप लगाए। किसानों ने बताया कि प्रभारी न सिर्फ समस्याएं सुनने से इनकार करते हैं, बल्कि उनसे सीधे मुँह बात भी नहीं करते।
कलेक्टर ने बुलाया, प्रभारी रहा नदारद
किसानों की शिकायत सुनने के बाद कलेक्टर ने तत्काल समिति प्रभारी को बुलाने का निर्देश दिया। लेकिन हैरानी की बात यह रही कि समिति प्रभारी कलेक्टर के दौरे के बावजूद मौके से नदारद थे। यह रवैया कलेक्टर को नागवार गुज़रा और उन्होंने इसको घोर लापरवाही मानते हुए तत्काल निलंबन की कार्रवाई के निर्देश दिए।
कमलेश्वरपुर समिति में भी दिखी लापरवाही
कलेक्टर डॉ. भोसकर ने आदिम जाति सेवा सहकारी समिति, कमलेश्वरपुर का भी निरीक्षण किया। वहां भी हालात कुछ अलग नहीं थे। निरीक्षण के समय समिति प्रभारी अनुपस्थित मिले। इस पर कलेक्टर ने नाराजगी जताते हुए दोनों समिति प्रभारियों के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने दिए निर्देश – “किसानों से करें सीधे संवाद”
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने स्पष्ट निर्देश दिए कि खाद-बीज वितरण में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने किसानों से भी अपील की कि वे किसी भी समस्या की सूचना सीधे प्रशासन को दें, ताकि त्वरित समाधान हो सके।