बीजापुर. बीती रात नक्सलियों ने एक सहायक आरक्षक को धार दार हथियारों से मौत के घाट उतार दिया. सहायक आरक्षक का नाम कुरसम रमेश बताया जा रहा है. नक्सलीयों ने जवान पर ग्रामीणों को लूटने के साथ मारपीट का भी आरोप लगाया है. नक्सलीयों के नेशनल पार्क एरिया कामेटी ने ली हत्या की जिम्मेदारी ली है. यह मामला फरसेगढ़ थाना क्षेत्र का है. सहायक आरक्षक को मौत के घाट उतार कर नक्सलियों ने साथ में एक पत्र भी छोड़ा है. जिसमें उन्होंने आरक्षक को मारने कि वजह बताई है. साथ ही उसपर आरोप भी लगाए हैं.
नक्सलियों द्वारा पत्र में लिखा गया है कि कुसुम रमेश 2006 में एसपीओ में भर्ती हुआ था रमेश ने डीआरजीएस, जीएफ, सीआरपीएफ और अलग-अलग फोर्स के साथ मिलकर समाधान रणनीति प्रहार जैसे ऑपरेशन में शामिल होकर गांवों में घुस कर जनता को मारना अरेस्ट कर जेल भेजना, महिलाओं पर अत्याचार करना, निर्दोष लोगों की हत्या करना. घरों में घुसकर मुर्गा, बकरा, सूअर और पैसा लूटपाट करने में शामिल रहता था. हमारे साथियों के ऊपर कई बार अंधाधुंध गोलीबारी करने में इसका हाथ था. ऐसे जनविरोधी गुंडों को जनता नहीं छोड़ेगी.