सूरजपुर जिले के भटगांव थाना क्षेत्र में पुलिस और प्रशासन की प्रताड़ना से एक होनहार छात्र की खुदखुसी के मामले में परिजनों ने आरोप लगाते हुए आई जी सरगुजा से शिकायत की है…. मृतक विनय के परिजनों ने आरोप लगाया है की पढ़ने लिखने वाले लड़के को इस तरह से बेइज्जत किया गया.. घर से गिरफ्तार कर ले जाने के बाद जमानत के लिए दोपहर तीन बजे से रात डेढ़ बजे तक दस आरोपियों के साथ तहसील में बैठा के रखा गया जिससे प्रताड़ित होकर उनके बेटे ने खुदखुसी की है.. इस सम्बन्ध में परिजनों ने आईजी सरगुजा को शिकायत पत्र देकर बताया की भटगांव थाना प्रभारी प्रद्युम्न तिवारी, लक्ष्मी प्रसाद गुप्ता, हंसराज कनेडिया, नवल किशोर दुबे, संजय सिंह, नीरज कुमार झा, रोहित सिंह एवं नायब तहसीलदार टी डी मरकाम, व रिंकी पैकरा पर मृतक को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है और पुलिस महानिरीक्षक से समुचित कार्यवाही की मांग की है..
पढ़िए क्या था पूरा मामला
गौरतलब है की मृत छात्र तो मेधावी छात्र था और पुलिस ने उसे आरोपी बनाकर पेश किया था और इज्जतदार छात्र के लिए ये घटना बड़े ही शर्मसार करने वाली थी.. लिहाजा विनय ने फांसी लगा कर आत्म हत्या कर ली थी.
इस पूरे मामले में विनय के साथ उसके मोहल्ले के चाचा रवि कुमार विश्वकर्मा थे और उन्होंने बताया था की इससे पहले भी होली के समय पुलिस विनय को गिरफ्तार कर ले गई थी, तब बात चीत कर विनय को थाने से ही ले आये थे. लेकिन कल बुधवार को भटगांव पुलिस ने घर से ही विनय को गिरफ्तार कर लिया..जब थाना जाकर गिरफ्तारी का कारण पूछा गया तो पता चला की 151 के तहत प्रतिबंधात्मक कार्यवाही की गई.. जबकी विनय एक सामान्य सा छात्र था जो हमेशा अपनी पढ़ाई में ध्यान देता था.. उसके बाद पुलिस विनय सहित अन्य दस आरोपियों को जमानत के लिए एक साथ तहसील कार्यालय ले कर आई, लेकिन वहां पर तहसीलदार नहीं थे, लिहाजा सभी को तहसील में बैठा दिया गया.. उन्होंने यह भी बताया की पुलिस वालो की तहसीलदार से फोन पर बात हो रही थी, इसी दौरान यह भी कहा गया की बिना खर्चा किये जमानत नहीं मिलेगी
रवि कुमार ने तहसीलदार पर भी आरोप लगाते हुए बताया था की जमानत देने के लिए 5000 रुपये मांगे गए थे लेकिन इतने पैसे का इंतजाम नहीं हुआ तब 1500 रुपये देकर जमनात कराई गई.. तहसीलदार ने रात डेढ़ बड़े जमानत दी तब तक सभी आरोपी तहसील में बैठे रहे..और रात में घर आने के बाद विनय फूट फूट कर रो रहा था जिसके बाद परिजनों ने उसे समझा बुझा कर सुला दिया लेकिन शायद विनय को यह सदमा बर्दास्त नहीं हुआ और सुबह नौ बजे तक टीवी देखता रहा..लेकिन अचानक ही जब परिजन विनय के कमरे में पहुचे तो वह फांसी पर लटका हुआ था..
थाना प्रभारी की अपनी कहानी
घटना के वक्त इस सम्बन्ध में भटगांव थाना प्रभारी प्रद्द्युमन तिवारी का तर्क था की होली के समय छात्र ने शराब के नशे में एक लडकी से शादी करने की बात कह कर लडकी के पिता से हाथा पाई हुई थी.. और जब लडकी की शादी की बात छात्र ने सुनी तो कल लडकी के पिता को छात्र ने शादी ना करने की धमकी दी थी जिस कारण युवक को गिरफ्तार कर प्रतिबंधात्मक कार्यवाही की गई थी.
तहसीलदार ने खुद को बताया था बेगुनाह
वही अपने ऊपर लग रहे आरोपों का खंडन करते हुए भटगांव तहसीलदार डा. टी एस मरकाम ने बताया कि रुपया लेने का आरोप पूरी तरह निराधार है। कल मै छुट्टी पर था और जैसे ही आया हु सभी आरोपियो को जमानत दिया हु. ऐसा कुछ मामला नही है.. लेनदेन करने वाली कोई बात नही है ।
बहरहाल बेटे की मौत दंश झेल रहे परिवार ने आईजी से न्याय की गुहार लगाईं है और दोषियों पर कार्यवाही की मांग की है.. इस सम्बन्ध में दिए गए शिकायत पत्र की प्रतिलिपि प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह व गृहमंत्री रामसेवक पैकरा को भी भेज कर न्याय की मांग की गई है लेकिन इस परिवार को न्याय कब तक और कितना मिल सकेगा ये तो समय ही बताएगा