अम्बिकापुर..(सीतापुर/अनिल उपाध्याय)..ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों, बिजली, पानी और अन्य बुनियादी सुविधाओं से संबंधित समस्याओं का त्वरित समाधान करने के लिए सीतापुर विधायक रामकुमार टोप्पो ने एक अनोखा तरीका अपनाया है। अब नागरिक अपनी शिकायतें क्यूआर कोड के माध्यम से सीधे संबंधित विभाग तक पहुंचा सकते हैं, जिससे समस्याओं का त्वरित समाधान हो सकेगा।
विधायक ने जनपद पंचायत सभाकक्ष में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान विभागवार क्यूआर कोड जारी किया। उन्होंने कहा कि यह पहल ग्रामीणों की समस्याओं को दूर करने में बेहद कारगर साबित होगी। क्यूआर कोड के माध्यम से नागरिक सड़क, बिजली, पानी, स्वच्छता, राशन जैसी शिकायतें दर्ज करा सकेंगे।
कैसे काम करेगा क्यूआर कोड?
ग्रामीणों की समस्याओं के समाधान के लिए विधायक टोप्पो और एसडीएम रवि राही की अगुवाई में यह डिजिटल पहल शुरू की गई है। अब ग्रामीणों को बार-बार सरकारी दफ्तरों और जनप्रतिनिधियों के पास जाने की आवश्यकता नहीं होगी। क्यूआर कोड को स्कैन कर वे सीधे अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं, जिसके बाद संबंधित विभाग के अधिकारी मौके पर जाकर समस्या का समाधान करेंगे।
विधायक रामकुमार टोप्पो ने कहा, “ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं की कमी से जनता बहुत परेशान होती है। उनकी समस्याओं को जल्द से जल्द हल करने के लिए क्यूआर कोड जारी किया गया है। इससे अब नागरिक आसानी से अपनी शिकायत दर्ज करा सकेंगे और समस्या का समाधान भी जल्दी होगा।”
क्यूआर कोड कहां-कहां लगाए जाएंगे?
एसडीएम रवि राही ने बताया कि क्यूआर कोड को विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर चस्पा किया जाएगा, जैसे हैंडपंप, बिजली खंभे, सड़क किनारे, शौचालय, और राशन दुकानों पर। कुछ स्थानों पर इसे लगाने के बाद से अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। उदाहरण के लिए, ग्राम वंदना में हैंडपंप की शिकायत दर्ज होते ही उसे तत्काल ठीक कराया गया, और बतौली में स्ट्रीट लाइट की शिकायत का भी तुरंत समाधान हुआ।
इस पहल के लाभ-
1. ग्रामीणों को सरकारी दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
2. शिकायतों का त्वरित समाधान होगा।
3. प्रशासनिक निगरानी से शिकायतों के निवारण की प्रक्रिया पारदर्शी बनेगी।
4. समय और संसाधनों की बचत होगी।
उद्घाटन समारोह में उपस्थितजन-
इस अवसर पर विधायक रामकुमार टोप्पो के साथ कई प्रमुख अधिकारी और भाजपा के वरिष्ठ नेता मौजूद थे। उपस्थित लोगों में यनिल अग्रवाल, रोशन गुप्ता, राजकुमार अग्रवाल, श्रवण दास, नीरू मिस्त्री, ललिता तिर्की, प्रकाश सिन्हा (एसडीओ लोक निर्माण), एसके मरकाम (सीईओ जनपद पंचायत) और अमरनाथ राय (उपअभियंता आरईएस) समेत बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि और अधिकारी शामिल थे।