बस्तर – इस कार्यक्रम में बस्तर दशहरा समिति के अध्यक्ष सांसद दीपक बैज राजपरिवार के अलावा मंत्री कवासी लखमा,संसदीय सचिव रेखचन्द जैन,नारायणपुर विधायक चन्दन कश्यप,बीजापुर विधायक विक्रम मंडावी एवँ अन्य श्रद्धालु शामिल हुए और दंतेवाड़ा से पहुंची मावली माता के डोली का भव्य स्वागत किया।
नवमीं को ही सुबह दंतेश्वरी मंदिर में कुंवारी पूजन विधान सम्पन्न किया गया। दशहरा पर्व के निर्विघ्न आयोजन के लिए सिरहासार में साधना में बैठे योग पुरूष को ससम्मान उठाकर जोगी उठाई की रस्म भी पूरी की गई।
बस्तर दशहरा का सबसे महत्वपूर्ण विधान मावली परघाव को माना जाता है। माता मावली की डोली तथा मां दंतेश्वरी का छत्र शनिवार शाम दंतेवाड़ा से सुसज्जित वाहन में जगदलपुर लाया गया। मां दंतेश्वरी का छत्र और मावली माता की डोली शनिवार शाम मावली गुड़ी (जिया डेरा) पहुंची।
यहां भक्तों ने मावली मां के दर्शन किये। रविवार शाम को मावली गुड़ी से कुटरू बाड़ा तक पहुंचने के बाद पैलेस रोड में बनाए गए परघाव स्थल तक बस्तर राजपरिवार के सदस्य कमलचंद भंजदेव, दशहरा समिति के अध्यक्ष दीपक बैज,संसदीय सचिव रेखचन्द जैन,आईजी पी.सुन्दरराज,कलेक्टर रजत बंसल,पुलिस अधीक्षक दीपक झा सहित दशहरा समिति के सदस्यों ने मावली माँ का स्वागत किया। विभिन्न गांवों से आए देवी- देवता भी मावली परघाव में शामिल हुए।