
अम्बिकापुर। छत्तीसगढ़ के अम्बिकापुर शहर के मणिपुर वार्ड स्थित शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में जब स्कूल की दीवारें गिर गईं, तो भी हौसले नहीं डगमगाए। स्कूल भवन की खस्ता हालत के चलते बुधवार को संकुल स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव पास के साहू सामाजिक भवन में उत्साहपूर्वक मनाया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के छायाचित्र पर दीप प्रज्ज्वलन एवं माल्यार्पण से हुई। इस अवसर पर मुख्य अतिथि जिला पंचायत उपाध्यक्ष देवनारायण यादव ने नवप्रवेशी छात्राओं को तिलक लगाकर, मिठाई खिलाकर और माल्यार्पण कर विद्यालय में प्रवेश दिलाया। बच्चों को निःशुल्क पाठ्यपुस्तकें एवं अध्ययन सामग्री भी वितरित की गई।
कार्यक्रम में कक्षा 9वीं से 12वीं तक संकुल स्तर पर सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया, जिससे अन्य छात्र-छात्राओं को भी प्रेरणा मिली।
मुख्य अतिथि यादव ने अपने उद्बोधन में कहा “हर बच्चे को शिक्षा मिलना जरूरी है। शिक्षा से ही समाज, परिवार और देश का विकास संभव है। बच्चे ही देश का भविष्य हैं और उन्हें बेहतर शिक्षा देना हम सबकी ज़िम्मेदारी है।”
“एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के तहत वृक्षारोपण
कार्यक्रम के उपरांत विद्यालय परिसर में “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के तहत पौधारोपण भी किया गया, जिससे पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया। इस अवसर पर जनप्रतिनिधि भारत सिंह सिसोदिया, विद्यालय के प्राचार्य एल.पी. गुप्ता, संकुल समन्वयक नरेश पांडेय, समिति सदस्य प्रयागराज साहू सहित समस्त शिक्षकगण उपस्थित रहे।
गौरतलब है कि मणिपुर कन्या विद्यालय की दीवार बरसात में धराशायी हो चुकी है, और परिसर में गाजरघास की भरमार है। भवन की जर्जर स्थिति के कारण हर साल स्कूल परिसर में मनाया जाने वाला प्रवेश उत्सव इस बार वैकल्पिक स्थल साहू भवन में आयोजित करना पड़ा।