रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण के ताजा आंकड़ों ने सरकार को हिलाकर रख दिया है। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने आज कहा कि संक्रमण की यह बहुत गंभीर स्थिति है। कल जैसे ही आंकड़े सामान्य तौर पर आने लगे तो सरकार को लॉकडाउन पर विचार करना चाहिये।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, कल कम टेस्ट हुये थे। उसमें भी दुर्ग में 45.9 प्रतिशत लोग पॉजिटिव पाये गये। यानी वहां टेस्ट कराने वाले प्रत्येक दो व्यक्तियों में एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। यह स्थिति बहुत गंभीर है। यह एक दिन का आंकड़ा है। अगर ऐसा ही सामान्य तौर पर आने लगे तो सरकार को लॉकडाउन पर गंभीरता से विचार करना चाहिये। हालांकि सिंहदेव ने यह भी कहा, सैद्धांतिक तौर पर देखें तो दुनिया में पहले लॉकडाउन हुए हैं। लॉकडाउन आज भी हो सकता है। लेकिन लॉकडाउन को लेकर दुनिया ने यह अनुभव किया है कि यह समस्या का हल नहीं है। बहुत गंभीर स्थिति बन तो ऐसा किया जा सकता है।
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने प्रदेश भर में औसत पॉजिटिविटी दर को भी चिंताजनक बताया। उन्होंने कहा, मार्च महीने के पहले सप्ताह में राज्य का पॉजिटिविटी रेट 0.99 प्रतिशत था। दूसरे सप्ताह में यह थोड़ा बढ़कर 1.6 प्रतिशत तक पहुंचा। तीसरे सप्ताह में यह 1.8 प्रतिशत था लेकिन चौथे सप्ताह में यह 6 प्रतिशत पर चला गया है। उन्होंने कहा 7 मार्च से 28 मार्च के बीच पॉजिटिविटी रेट के एक प्रतिशत से 6 तक बढ़ते चला जाना बड़ी चिंता का विषय है।
सोमवार को होली थी। प्रदेश भर में कोरोना के कुल 8 हजार 283 टेस्ट हुये। लेकिन जो परिणाम आये वह भयावह थे। प्रदेश भर में 1423 नये संक्रमण के मामले सामने आये। इसमें से तमाम एक-दो दिन पहले किये गये टेस्ट की रिपोर्ट से आये हैं। कुछ जिलों में यह आंकड़े सामान्य की सीमा से अधिक दिखे। दुर्ग जिले में 1108 टेस्ट में 509 पॉजिटिव मिले यानी करीब 46 प्रतिशत। बेमेतरा में 73 टेस्ट में 38 पॉजिटिव माने 50 प्रतिशत से अधिक। बलौदा बाजार में 31 जांच हुई वहीं 10 पॉजिटिव मिले। दर 30 प्रतिशत। वहीं बिलासपुर और कबीरधाम में यह दर 20 प्रतिशत रही। रायपुर में टेस्ट नहीं हुये लेकिन पिछले दिनों के टेस्ट के परिणाम आये। कुल 442 लोग पॉजिटिव पाये गये।
स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार को संक्रमण के जो आंकड़े जारी किये उसके मुताबिक प्रदेश भर में 1423 नये मामले सामने आये। इनको मिलाकर प्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या 20 हजार 181 हो गई है। बीते 24 घंटों में प्रदेश के 18 व्यक्तियों की मौत हुई। इनमें से चार को पहले से कोई गंभीर बीमारी नहीं थी। सबसे अधिक पांच मौते रायपुर में ही हुईं। उसके बाद दुर्ग में चार और राजनांदगांव में 2 लोगों की जान गई। कल हुई मौतों को शामिल कर प्रदेश में अब तक कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 4 हजार 96 हो गई है।
संक्रमण की रफ्तार को देखते हुए 28 मार्च की बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में नाइट कर्फ्यू लगाने का फैसला किया था। स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार इसका फैसला करने के लिये कलेक्टरों को अधिकृत किया गया था। मंगलवार शाम तक प्रदेश के जशपुर, सूरजपुर, अम्बिकापुर रायपुर और दुर्ग ने नाइट कर्फ़्यू आदेश जारी कर दिया था।