रायपुर. कोराना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए पूरे देश में लाॅकडाउन है. ऐसी स्थिति में परिवहन के सारे साधन हवाई जहाज से लेकर ऑटो रिक्शा तक बंद है. ऐसे में किराये पर ई-रिक्शा चलाकर अपना जीवन यापन करने वाले दिव्यांग रामगोपाल को जीवन-यापन की चिन्ता सता रही थी. लेकिन राज्य सरकार की मदद से अब उनके दिन सुकून से बीत रहे हैं.
बेमेतरा जिले के भेड़नी गांव के निवासी रामगोपाल साहू पिता मंधिर साहू. दुर्ग जिले में अपने दोस्त के घर में रहकर किराये का ई-रिक्शा चलाकर जीवनयापन करते हैं. लाॅकडाउन होने के कारण घर भी नहीं लौट पा रहे थे. इसलिए उन्होंने अपने दूसरे दोस्त के घर रिसाली जाने की सोची. ट्राइसायकिल से रिसाली जाने के दौरान उतई गौरव पथ रोड पर समाज कल्याण विभाग के परिवीक्षा अधिकारी कमलेश कुमार पटेल की नजर उन पर पड़ी.
श्री पटेल ने लाॅकडाउन में रामगोपाल को जाते देखा तो किसी तरह की समस्या के संबंध में पूूछताछ की. रामगोपाल की परेशानी पता चलने पर समाज कल्याण विभाग दुर्ग के अधिकारियों ने उन्हें 15 किलो चावल, 3 किलो दाल और जीवन यापन के लिए कुछ रूपये दिये. अब रामगोपाल को किसी बात की चिंता नहीं है. वह अपने दोस्त के घर खुशी से रह रहे हैं. रामगोपाल ने धन्यवाद देते हुए कहा कि ऐसी मुश्किल की घड़ी में राज्य सरकार की दी गई मदद को वह भुला नहीं सकते.