कोरबा. छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में छुई निकालते वक्त खदान धसक जाने से तीन महिलाएं मलबे में दब गईं। इस घटना से छुई निकाल रहे ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। किसी तरह आनन-फानन में दबी हुई महिलाओं को बाहर निकाला गया। तब तक एक महिला की मौत हो चुकी थी। दो अन्य महिलाओं को घायल अवस्था में अस्पताल दाखिल कराया गया है।
ग्राम करमंदी व बेंदरकोना के बीच जंगल में छुई मिट्टी का भंडार है। ग्रामीण यहां से छुई निकालते हैं। इससे स्थल खदान के रूप में परिवर्तित हो गया है। सोमवार को भी काफी संख्या में ग्रामीण छुई निकालने के पहुंचे थे। इनमें ग्राम जुनवानी निवासी प्रमिला बाई कंवर पति कौशल सिंह कंवर (35 वर्ष), गीता व अन्य भी शामिल थे। ग्रामीणों ने छुई निकालते हुए सुरंगनुमा बना दिया है।
प्रमिला बाई, गीता व एक अन्य महिला अंदर घुस कर छुई निकाल रही थी, तभी अचानक मिट्टी का टीला भरभरा कर गिर गया। इसमें प्रामिला बुरी तरह दब गई, जबकि गीता व एक अन्य महिला का कमर व पैर दब गया। मिट्टी गिरने से ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। आनन फानन में मिट्टी हटा कर पहले गीता व अन्य महिला को निकाला गया।
वहीं प्रमिला अंदर दबने के वजह से उसे निकालने में आधा घंटा का वक्त लग गया। इस बीच किसी ने डायल 112, संजीवनी एक्सप्रेस व रामपुर पुलिस को घटना की सूचना दी। स्थल पर पहुंची डायल 112 की टीम ने तीनों को उपचार के लिए जिला अस्पताल में दाखिल कराया। जहां डाक्टरों ने परीक्षण के बाद प्रामिला को मृत घोषित कर दिया।
वहीं घायल दो अन्य महिला को उपचार किया जा रहा है। घटना के बाद गांव में शोक की लहर व्याप्त हो गई। पुलिस मामले की विवेचना कर रही है। बताया जा रहा है कि ग्रामीण रोजाना बिना रोक टोक छुई निकाल रहे हैं और गड्ढा होने की वजह से उपर का हिस्से कमजोर हो गया था। पुलिस ने वैधानिक कार्रवाई के बाद पोस्टमार्टम करा शव स्वजनों को सौंप दिया।