• बेशकीमती शासकीय भूमि पर अवैध कब्जे का प्रयास, अफ़वाहों से बचने प्रशासन की अपील
कोरबा शहर के आईटीआई चौक स्थित प्राइम लोकेशन की जमीन से अवैध कब्जे को हटाने के दौरान मिली छत्तीसगढ़ महतारी की पवित्र मूर्ति को जिला प्रशासन ने विधिवत पूजा अर्चना करके ससम्मान पुरातत्व संग्रहालय में सुरक्षित रखवाया है। छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति इस दौरान किसी भी तरह से खंडित नहीं हुई है और पूरी तरह सुरक्षित है। जिला प्रशासन ने मूर्ति के खंडित होने की खबर को भ्रामक और अफवाह बताया है।
प्रशासन ने इस बारे में जिलेवासियों से अफवाहों से सावधान रहने तथा किसी के भी बहकावे में आकर अकारण क़ानून व्यवस्था की स्थिति निर्मित नहीं करने की अपील की है। जिला प्रशासन ने पूरे प्रकरण के पीछे आईटीआई चौक साकेत भवन के सामने जनपद पंचायत कार्यालय की प्राइम लोकेशन की बेशकीमती जमीन पर अवैध कब्जा करने का प्रयास चिन्हांकित किया है और अवैध कब्जे केा रोकने के लिए प्रशासन द्वारा हर संभव कार्यवाही की जा रही है।
इस बारे में ज्ञात हो कि आईटीआई चौक स्थित जनपद पंचायत कोरबा के पुराने जर्जर भवन को शासकीय समिति के अनुसंशा पर डिस्मेंटल किया गया है। इस खाली जमीन पर प्रशासन ने शासकीय उपयोग के लिए दुसरा भवन बनाने का निर्णय लिया है। पुराने भवन का मलबा हटाकर खाली जमीन का समतलीकरण जनपद पंचायत कोरबा ने कराया है। इस बीच प्राइम लोकेशन की इस बेशकीमती समतल भूमि पर छत्तीसगढ़ क्रांति सेना नाम के संगठन द्वारा बोर्ड लगाकर अवैध कब्जे का प्रयास किया गया। प्रशासन के संज्ञान में आने पर जमीन पर गड़ाए गए बोर्ड को हटाकर अवैध कब्जे को रोका गया है।
इसके बाद भी संगठन द्वारा फिर से इस जमीन पर छत्तीसगढ महतारी की मूर्ति स्थापित कर अवैध कब्जे का पुनः प्रयास किया गया है। प्रशासन द्वारा इस बार भी अवैध कब्जे के प्रयास को नाकाम करते हुए छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति को विधिवत पुजा अर्चना कर सम्मान सहित स्थानांतरित कर घंटाधर स्थित पुरातत्व संग्रहालय में सुरक्षित रखा गया है। अब छत्तीसगढ़ क्रांति सेना संगठन द्वारा मूर्ति के खंडित होने की अफवाह फैलाकर जनभावनाओं को भड़काने का प्रयास किया जा रहा है और 22 नवंबर को नगर निगम कार्यालय के घेराव की खबर सोशल मीडिया में प्रसारित की जा रही है। प्रशासन ने ऐसे किसी भी घेराव या प्रदर्शन की अनुमति संगठन को नहीं दी है।
जिला प्रशासन ने जिले वासियों से अपील की है कि छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति अखंडित अवस्था में पूरी तरह से सुरक्षित है और सम्मान के साथ पुरातत्व संग्रहालय में रखी है। इसलिए अफवाहों पर ध्यान न दें, किसी के बहकावे में न आए और जिले मे कानून व्यवस्था एवं शांति बनाए रखने में प्रशासन का सहयोग करें।