
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान बुधवार को बिजली दरों में हुई बढ़ोतरी को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरने की कोशिश की। नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने शून्यकाल में इस मुद्दे को जोरदार ढंग से उठाया। उन्होंने कहा कि राज्य भर में बिजली दर में वृद्धि से आम जनता, विशेषकर गरीब और मध्यम वर्ग, बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।
डॉ. महंत ने सदन में कहा, “बिजली की बढ़ी हुई दरों ने हर घर का बजट बिगाड़ दिया है। गरीबों पर आर्थिक मार पड़ी है। विपक्ष ने जो मुद्दा उठाया है, उस पर गंभीरता से चर्चा होनी चाहिए।”
सब्सिडी पर नहीं पड़ेगा असर
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने विपक्ष की आपत्तियों का जवाब देते हुए सदन को आश्वस्त किया कि “उपभोक्ताओं को दी जा रही सब्सिडी पर किसी प्रकार का प्रभाव नहीं पड़ेगा। सरकार आम जनता को राहत देने की अपनी प्रतिबद्धता पर कायम है।”
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ऊर्जा उत्पादन बढ़ाने की दिशा में निरंतर प्रयासरत है और आने वाले समय में बिजली व्यवस्था को और सशक्त बनाने के कदम उठाए जा रहे हैं।
विपक्ष मुख्यमंत्री के जवाब से संतुष्ट
मुख्यमंत्री की ओर से दिए गए जवाब के बाद विपक्ष द्वारा लाया गया स्थगन प्रस्ताव खारिज कर दिया गया। हालांकि, नेता प्रतिपक्ष डॉ. महंत ने मुख्यमंत्री की बातों पर संतोष व्यक्त किया और सुझाव दिया कि “घोषित योजनाओं और राहतों को शीघ्र लागू किया जाए ताकि आमजन को वास्तविक लाभ मिल सके।”
सत्ता पक्ष ने जताया आभार
सत्ता पक्ष के विधायकों ने विपक्ष द्वारा रचनात्मक सुझाव देने पर नेता प्रतिपक्ष का धन्यवाद किया और सदन में सकारात्मक वातावरण बनाए रखने की बात कही।