कवर्धा। जिले में नाबालिग और महिलाओं पर अत्याचार की घटना थम नहीं रही है। ताजा मामला कवर्धा के बोड़ला थाना क्षेत्र की है। यहां एक 17 साल की नाबालिग बैगा लड़की का अपहरण कर दो दिनों तक बंधक बनाकर दुष्कर्म किया गया। दुष्कर्म के बाद मामले को रफा-दफा करने के लिए आरोपियों ने पीड़िता के परिजनों को 70 हजार रुपये देकर सेटलमेंट करने की भी कोशिश की। इस बाबत पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी व उसके एक सहयोगी को तो पकड़ लिया, लेकिन वारदात में साथ देने वाला तीसरा आरोपी सरपंच पति अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
दरअसल, पुलिस के मुताबिक मुख्य आरोपी महेश पिता संतू धुर्वे ग्राम चोरभट्ठी का रहने वाला है। आरोपी ने अपने दोस्त रूपचंद कुसरे की मदद से 5 सितंबर को अन्य गांव की रहने वाली बैगा नाबालिग लड़की का पहले अपहरण किया। फिर मुख्य आरोपी महेश ने उसे अपने घर में दो दिन तक बंधक बनाकर रखा। इस दौरान उसके साथ एक से अधिक बार उसने दुष्कर्म किया। फिर 7 सितंबर को आरोपी महेश ने अपने उसी दोस्त की मदद से मोटरसाइकिल पर बिठाकर लड़की को वापस गांव ले जाकर छोड़ दिया।
पीड़ित परिजन मामले की शिकायत करने थाना जाने वाले थे। आरोपियों को जब इसका पता चला तो पीड़ित परिजन को 70 हजार रुपये देकर मामले रफा-दफा करने की कोशिश की। इस बाबत पुलिस ने मुख्य आरोपी महेश धुर्वे, रूपचंद कुसरे व सरपंच पति रामानुज बंजारे के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस ने मुख्य आरोपी और उसके दोस्त को तो गिरफ्तार कर लिया, लेकिन आरोपी सरपंच पति अभी भी फरार है।
वहीं इस मामले में एसपी मोहित गर्ग ने बताया कि मामले की जानकारी मिलते ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही संबंधित थानेदार को फरार आरोपी को गिरफ्तार करने के निर्देश दिये हैं। इस मामले में पैसे देकर मामले को रफा-दफा करने की जानकारी मिली है, उसकी भी जांच की जा रही है। अगर जांच में थाना प्रभारी भी सम्मिलित पाये जाते हैं तो उनपर भी कार्रवाई होगी।