कांकेर. वन्यप्राणियों की रक्षा करने और उनके जीवन के महत्व के बारे में विभाग लगातार लोगों को जागरूक करता आ रहा है। वन्यजीवों के शिकार पर कानून भी बनाये गए है लेकिन आज भी कुछ लोग ऐसे है जो इन सभी बातों को नजर अंदाज कर वन्य प्राणियों का शिकार कर रहे है। ऐसा ही एक मामला कांकेर जिले के सरोना वन परिक्षेत्र से सामने आया है। यहाँ एक भालू के बच्चे का शिकार धमतरी जिले के दो लोगो ने मिलकर किया है।
सरोना वन परिक्षेत्र के रेंजर धनलाल साहू ने बताया कि कल रात्रि में कुछ लोग सरोना क्षेत्र के जंगल में शिकार की नियत से पहुंचे थे। उन्होंने भालू के 7 से 8 माह के बच्चे का शिकार किया। शिकार के लिए किसी बंदूक का इस्तेमाल नहीं बल्कि तीर कमान का इस्तेमाल किया गया। जब शिकारी जंगल से भालू का शिकार कर लेकर जा रहे थे तब ड्यूटी पर तैनात वन रक्षकों की नजर पड़ी।
जब तक वन रक्षक पहुंच पाते आरोपी मौके से निकल गए। जानकारी विभाग तक पहुंचते ही जांच शुरू की तो जानकारी मिली कि धमतरी जिले के ग्राम कोरमुड़ निवासी तिजु और तिहारु भालू का शिकार कर अपने साथ घर लेकर पहुंचे है। टीम को खबर लगते ही मौके पर पहुंच दोनों आरोपियों को पकड़ कर भालू के शव को बरामद किया गया। विभागीय पूछताछ में दोनों आरोपियों ने बताया कि वह कमार जाति के लोग है। शिकार करना उनकी परंपरा है, इसलिए उन्होंने भालू का शिकार किया था।
फिलहाल, विभाग ने भालू के शव का पोस्टमार्टम कराकर विधिवत अंतिम संस्कार कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जिन्हें आज न्यायालय में पेश कर जेल दाखिल कर दिया है।