रायपुर : छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री स्वर्गीय अजित जोगी का विवाद से चोली दामन का साथ रहा है । यही विवाद उनके पुत्र अमित जोगी के साथ भी चलता रहा। जब – जब चुनाव आता है तब – तब ये मुद्दा उठाया जाता है। कि जोगी की जाति क्या है ?
क्योंकि अब मरवाही में उप चुनाव होने जा रहे हैं इसलिए फिर एक बार ऋचा जोगी की जाति का मामला गरमा गया है। आदिवासियों द्वारा ऋचा जोगी के जाति प्रमाण पत्र पर आपत्ति जताई जा रही है। तत्काल कार्रवाई नहीं होने पर आदिवासी समाज ने उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है।
युवा प्रभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष सुभाष सिंह परते ने बयान जारी करते हुए कार्रवाई की मांग की है उनका कहना है कि जोगी परिवार की वजह से मरवाही में लगातार आदिवासियों का हक मारा जा रहा है।
उनका कहना है कि 2 दिनों के अंदर किसी का इस प्रकार जाति प्रमाण पत्र जारी करना समझ से परे है क्योंकि आदिवासियों को जाति प्रमाण पत्र बनवाने के लिए काफी पापड़ बेलने पड़ते हैं।2 दिन में प्रमाण पत्र बन पाना सम्भव ही नहीं है। सर्व आदिवासी समाज ने अपनी आपत्ति सक्षम अधिकारियों के पास कर दी है। इस पर कार्यवाही नहीं होने पर समाज के द्वारा उग्र आंदोलन किये जाने की ही चेतावनी दी है.
इन सारे मामलों को लेकर अमित जोगी ने राज्यपाल से गुहार लगाई है।वे चाहते हैं कि राज्यपाल स्वयं इस मामले का निपटारा करे।
जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी थीं तब जोगी को आदिवासी चेहरा बताया करती थी।तब वह शायद भूल गई थी कि जोगी की जाति क्या है..और आज यही सत्ता धारी कांग्रेस जोगी की जाति पर सवाल खड़े कर रही है।