छत्तीसगढ़ : लॉकडाउन में जॉब छूटी, तो 12 साल के बच्चे को किडनैप कर लिया, 12 घंटे के अंदर पुलिस का Successful रेस्क्यू

किडनैपर्स के चंगुल से 12 वर्षीय बालक 12 घंटे के अंदर सफल रेस्क्यू ऑपरेशन में बरामद…

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किडनैपर्स की अपहृत बच्चे के परिजनों से थी ₹5,00,000 फिरौती की मांग…

घटना की सूचना मिलते ही चौकी रैरूमा में एसपी, एडिशनल एसपी लगाए कैंप…

सुबह एडिशनल एसपी के नेतृत्व में टीम ने जंगल में की बालक का रेस्क्यू ऑपरेशन…

गांव से 12 किलोमीटर जंगल अंदर छुपा कर रखे थे अपहृत बालक को आरोपीगण…

किडनैपिंग का मास्टर मांइड लॉक डाउन में जॉब छुटने से किडनैपिंग की रची थी योजना…

हथियारबंद आरोपियों से मोबाइल, चाकू, बाइक की जब्ती…

पुलिस टीम को मिली बड़ी सफलता पर रेंज आईजी की ओर से रेस्क्यू टीम को मिला ₹30,000 नकद ईनाम…

रायगढ़. 24 दिसंबर को पुलिस चौकी रैरूमाखुर्द अन्तर्गत 12 वर्षीय बालक को किडनैप कर आरोपियों द्वारा परिजनों से ₹5,00,000 फिरौती की मांग की गई । घटना की सूचना पर तत्काल एक्शन में आए अधिकारीगण तत्काल रात्रि में ही चौकी रैरूमा पहुंचे. एसपी रायगढ़ चौकी रैरूमा पहुंचकर एक टीम अपहृत बालक की रेस्क्यू के लिये तैयार किये और उन्हें हथियार से लैस कर जंगल अंदर रवाना किये. पुलिस टीम द्वारा आरोपियों के मंसूबे पर पानी फेर कर बालक का सकुशल बरामद किया गया है.

गिरफ्तार आरोपियों में एक आरोपी हाल ही में चोरी के मामले में शामिल था. आरोपियों द्वारा 1 माह पूर्व से किडनैपिंग की फुल प्रूफ प्लानिंग किए हुए थे पर अपराधियों का अंजाम वही हुआ, आरोपीगण अब शीघ्र सलाखों के पीछे अपनी करनी का फल भोगेंगे.

कल रात्रि में ही पुलिस अधीक्षक रायगढ़ द्वारा पुलिस महानिदेशक डी.एम. अवस्थी एवं बिलासपुर रेंज पुलिस महानिरीक्षक दीपांशु काबरा को फिरौती के लिये हुई घटना से अवगत कराये. वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा एसपी रायगढ़ को महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिया गया. जिन्हें बालक के रेस्क्यू दौरान अमल में लाया गया और रायगढ़ पुलिस को सफलता हाथ लगी है.

जानकारी के अनुसार गुरुवार की शाम पुलिस चौकी रैरूमा थाना धरमजयगढ़ अंतर्गत ग्राम बरहामड़ा में रहने वाले संजू बड़ा द्वारा पुलिस चौकी आकर उसके 12 वर्षीय बालक राहुल बड़ा को अज्ञात आरोपियों द्वारा किडनैप कर मोबाइल में ₹5,00,000 की फिरौती के लिए कॉल किए जाने की जानकारी दिया गया. चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक जेम्स मिंज तत्काल घटना की जानकारी एस.पी. रायगढ़ संतोष कुमार सिंह को दिए. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक द्वारा एडिशनल एसपी रायगढ़  अभिषेक वर्मा, सहायक पुलिस अधीक्षक पुष्कर शर्मा, एसडीओपी धरमजयगढ़ सुशील नायक को रैरूमा के लिए रात में ही रवाना किए साथ ही चौकी प्रभारी जूटमिल, थाना प्रभारी घरघोड़ा, धरमजयगढ़, तमनार, लैलूंगा, कापू को अपने-अपने क्षेत्र में नाकेबंदी कर अपहृत बालक एवं आरोपियों की सघन जांच कर करने निर्देशित करते हुए पुलिस चौकी रैरूमा में एडिशनल एसपी रायगढ़ को रिपोर्ट करने निर्देशित किए. 

रात्रि में पुलिस चौकी रैरूमा पहुंचे एडिशनल एसपी द्वारा धरमजयगढ़ डिवीजन के थाना/चौकी प्रभारियों को अलग-अलग टास्क सौंपा गया. वहीं पुलिस टीम पीड़ित परिवार से पूछताछ कर रात्रि में गांव बरहामड़ा के लगभग 150 लोगों से पूछताछ किए. इधर पुलिस कंट्रोल रूम द्वारा पूरे जिले को हाई अलर्ट पर रखकर रात्रि में बच्चे और किडनैपर्स की तलाश में रखा गया था. अधिकारियों द्वारा पीड़ित परिवार से सूक्ष्मता से पूछताछ करने पर बालक के पिता ने बताया कि कुछ माह पूर्व अपनी पुश्तैनी जमीन बेचे हैं जिसमें प्राप्त हुए रुपयों से स्कॉर्पियो वाहन खरीदने की बात अपने जान परिचित से चर्चा किए थे. तब पुलिस टीम की जांच की दिशा फिरौती के लिए किडनैपिंग होने की पुष्टि हुई और जांच टीम द्वारा संदिग्ध/आरोपी किस्म के व्यक्तियों की खोजबीन की ओर तेज हुई.

इसी दरमियान चोरी मामले में पकड़ा गया संदिग्ध अरूण टोप्पो ग्राम धौंरागांव बरपाली तथा उसके गांव विकास तिर्की जो राउरकेला (ओडिसा) में बिजली पोल लगाने का काम करता था, जो लॉक डाउन में जॉब छूट जाने पर गांव आकर रह रहा था. उसकी संलिप्तता इस किडनैपिंग में होने की अपुष्ट जानकारी मिली, तब विकास तिर्की, अरूण टोप्पो एवं उसके एक साथी को संदेह के दायरे में रखा गया, तीनों कल से गांव में नहीं रहने की जानकारी मिली जिससे इन पर संदेह और गढ़ता गया. 

सुबह पुलिस की एक टीम को सूचना मिली कि जंगल भीतर तीन नकाबपोश एक बालक का हाथ, पैर बांधकर रखे हुए हैं. सुबह तक पुलिस पार्टी को पुख्ता जानकारी मिल चुकी थी कि हथियारबंद किडनैपर्स बालक को जंगल भीतर रखे हुए हैं. इसी बीच भी संतोष कुमार सिंह चौकी रैरूमा पहुंचे. एडिशनल एसपी से घटनाक्रम व प्रोग्रेस की जानकारी लेकर  उनके द्वारा बालक के रेस्क्यू के लिये एडिशनल एसपी के नेतृत्व में टीम तैयार कर अधिकारियों के साथ चौकी में मीटिंग लिये और रेस्क्यू के संबंध में महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिये. हथियारों से लैस होकर जंगल रेस्क्यू के लिये रवाना हुई पुलिस पार्टी की योजना यह थी कि किसी भी हालात में बालक की सकुशल बरामदगी होनी चाहिए. आरोपियों को रेस्क्यू टीम द्वारा जंगल में चारों ओर से घेराबंदी की भनक लग चुकी थी वे बालक के साथ अप्रिय कृत्य कर भागने की फिराक में थे. तभी पुलिस पार्टी एकाएक मौके पर पहुंची और आरोपियों को चारों ओर से गन पाइंट में लिया गया. जिससे तीनों आरोपियों की योजना धरी की धरी रह गई और तीनों पकड़े गए.

रात्रि से सुबह करीब 12 घंटे के संघर्ष के बाद तीन आरोपीगण-विकास तिर्की, अरूण टोप्पो और रामेश्वर मांझी तीनों निवासी धौंरागांव बरपाली रैरूमा पुलिस की पकड़ में थे. बालक को सकुशल बरामद कर उनके परिजनों से मिलाया गया. घटनास्थल पर पुलिस को 03 मोबाइल, 03 चाकू, मोटरसाइकिल और बालक की साइकिल मिली है. तीनों आरोपियों से कड़ी पूछताछ करने पर पुलिस की जांच सही निकली किडनैपिंग का मास्टरमाइंड विकास तिर्की निकला. आरोपी विकास को जानकारी थी कि अपहृत बालक का पिता हाल ही में अपनी पुश्तैनी जमीन को बड़ी रकम में बेचा है और उसके पास काफी रुपए हैं और लूट और किडनैपिंग दोनों की प्लानिंग बनाया हुआ था और इसके लिये अपने दो अन्य साथियों को मिलाया.

जब किडनैपिंग आसान लगा तो 24 दिसंबर के शाम बालक राहुल बड़ा गेहूं लेकर गांव के हालर गया था तो वहां से उसे किडनैप कर जंगल ले गए और रातभर बालक का हाथ पैर बांधकर रखे हुए थे. बालक को आरोपियों द्वारा डराया धमकाया गया था कि  शोर मचाने पर उसकी हत्या कर देंगे. आरोपियों के फूल प्रूफ प्लान को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि आरोपियों द्वारा अन्य स्थानों में घटना कारित किया गया होगा. इस संबंध में पुलिस टीम द्वारा आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. आरोपीगण को थाना धरमजयगढ़ के अपराध क्रमांक 247/2020 धारा 364(A) भादवि में गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा जा रहा है.
         

आज दोपहर पुलिस कंट्रोल रूम में एसपी रायगढ़ द्वारा अपहृत बालक के सकुल बरामदगी पर पुलिस महानिदेशक एवं रेंज आईजी द्वारा रायगढ़ पुलिस को बधाई देने एवं रेंज आईजी दीपांशु काबरा जी द्वारा रेस्क्यू टीम का हिस्सा रहे अधिकारी/कर्मचारियों को नकद ₹30,000 रूपये ईनाम स्वरूप दिए जाने की जानकारी दिया गया है.