
अम्बिकापुर। छत्तीसगढ़ के अम्बिकापुर शहर में मंगलवार को दो घंटे की झमाझम बारिश ने नगर निगम की व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी। एक ओर जहां लोग गर्मी से राहत की सांस ले रहे थे, वहीं दूसरी ओर जलभराव की पुरानी समस्या ने फिर सिर उठा लिया। शहर के कई प्रमुख इलाकों में पानी भर जाने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।
बारिश के बाद अम्बिकापुर की सड़कें नदियों में तब्दील हो गईं। बनारस रोड सहित शहर के मुख्य मार्गों और मोहल्लों में घुटनों तक पानी भर गया, जिससे आम लोगों को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
ड्रेनेज सिस्टम ने फिर किया फेल
बारिश के साथ ही शहर के ड्रेनेज सिस्टम की खामियां उजागर हो गईं। पानी निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण निचले इलाकों में रहने वाले लोगों के घरों तक बारिश का पानी पहुंच गया। स्थिति यह रही कि कई लोगों को घरों से पानी निकालने के लिए घंटों मशक्कत करनी पड़ी।
नगर निगम की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल
बारिश के बाद जगह-जगह जलभराव की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने लगीं, जिसके बाद नगर निगम की लापरवाही को लेकर आमजन और स्थानीय जनप्रतिनिधियों में नाराजगी देखने को मिली। हर बार बरसात में इसी तरह की स्थिति बनना अब शहरवासियों के लिए एक आम समस्या बन चुकी है, जिसे लेकर नगर निगम की कार्यप्रणाली पर बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं।
सिर्फ दिखावे की सफाई होती है
स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर निगम की ओर से हर साल बरसात से पहले नालों की सफाई के बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं, लेकिन जमीनी हकीकत हर बारिश में सामने आ जाती है। जलभराव की समस्या का स्थायी समाधान निकालने की बजाय जिम्मेदार केवल खानापूर्ति में लगे रहते हैं।