जशपुर. प्रदेश स्तर की गोधन न्याय योजना की मासिक समीक्षा बैठक में जशपुर जिले को शाबाशी मिली है. जशपुर जिला गोबर खरीदी में प्रदेश में सबसे आगे हैं. गौरतलब है कि कलेक्टर डॉ रवि मित्तल के मार्गदर्शन और जिला पंचायत सीईओ जितेन्द्र यादव के दिशा-निर्देश में छत्तीसगढ़ की महत्वाकांक्षी योजना गोधन न्याय योजना का जिले में बेहतर क्रियान्वयन किया जा रहा है.
जिले के 444 गौठान में शत प्रतिशत गोबर खरीदी की जा रही है. 420 गौठान में 15 दिन के अंतर 30 क्विंटल से ज्यादा गोबर खरीदी की गई है, साथ गोठान में स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा तैयार उच्च गुणवत्ता वाले 90 प्रतिशत बना हुआ खाद को सोसायटी के माध्यम से विक्रय किया जा चुका है. जो राज्य में सबसे ज्यादा प्रतिशत है. 390 से ज्यादा गौठान में पैरादान हो चुका है. इसके साथ ही गौठान में केंचुआ नर्सरी बनाया गया है. जहां केंचुआ तैयार करके दूसरे गौठान को खाद बनाने के लिए केंचुआ उपलब्ध कराया जा रहा है.
गोधन न्याय योजना का बेहतर क्रियान्वयन करने के लिए प्रत्येक सप्ताह-साप्ताहिक समय सीमा की बैठक में गोधन न्याय योजना की समीक्षा की जाती है, साथ जिले के 100 कमजोर गौठान का चिन्हांकन किया गया और विशेष ध्यान देकर अब कमजोर गौठान में विभिन्न आजीविका गतिविधियां दिखने लगी है.
जिला प्रशासन द्वारा गौठान को स्वावलंबी बनाने और स्व सहायता समूह की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मुर्गी पालन बकरी पालन, बांस से टोकरी बनाने आचार बनाने मशरूम उत्पादन, दोना पत्तल निर्माण, बाड़ी विकास और विभिन्न आजीविका गतिविधियां से जोड़ा गया है, साथ ही फूड लैब के माध्यम से गौठान में तैयार उत्पाद को अच्छे से पैकिंग करके सी मार्ट के माध्यम से विक्रय किया जा रहा है. सी मार्ट का संचालन स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा ही किया जा रहा है.