@संजय यादव
जांजगीर-चांपा। नेताओं को पार्टी में जगह बनाने के लिए वर्षों बीत जाते हैं. तब जाकर पार्टी में उनकी पकड़ बनती है. लेकिन एकाएक पैराशूट लैंडिंग के जरिए अन्य पार्टी छोड़ आए नेताओं के कारण पार्टी में वजूद समाप्त होने का डर भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय नेताओं को इन दिनों सताने लगा है. भारतीय जनता पार्टी के सत्ता में आने के बाद छत्तीसगढ़ में कुछ अन्य पार्टी के नेताओं ने दल बदल करना शुरू कर दिया है. सत्ता के सुख भोगने के लिए वह अपने मर्यादा एवं निष्ठा को भी दांव में लगा दे रहे हैं.
जांजगीर चांपा जिले के अलावा अन्य जिले की बात करें तो बड़ी संख्या में कांग्रेस,बीएसपी एवं अन्य पार्टी के नेता भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो रहे हैं. वहीं दर्जनों नेता लाइन में है, कि कोई बड़े नेता के उपस्थिति में ठीक-ठाक मान सम्मान के साथ वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो जाए. लेकिन यहां सबसे बड़ी चुनौती यह मिल रहा है कि भारतीय जनता पार्टी के पुराने पार्टी में जमे नेता उन अन्य पार्टी से आए नेताओं को फूठी आंख देखना पसंद नहीं कर रहे. पार्टी में शामिल कराने की नियत भी नहीं है. लेकिन केंद्रीय नेताओं के निर्देश के कारण मजबूरन उन्हें पार्टी में ज्वाइन कराने के लिए उनसे बातचीत करना पड़ रहा है.
हालांकि उन्हें अपने वजूद की ज्यादा चिंता सताने लगी है. क्योंकि पैराशूट लैंडिंग से आए नेताओं को भारतीय जनता पार्टी भी अच्छे से मान सम्मान देती है. और कई ऐसे नेताओं को समय में टिकट भी देती है. इसी लालच में कई अन्य पार्टी के नेता भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के लिए कतार में खड़े हुए हैं. लेकिन नेताओं को ज्वाइन कराने का कार्यक्रम बार-बार बदल जा रहा है. इसके पीछे सबसे बड़ी वजह यह है कि भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय नेता अपने बड़े नेताओं को मिस गाइड कर रहे हैं,उनके बारे में गलत जानकारी दे रहे हैं . जिसके चलते इनका कार्यक्रम टल रहा है. फिलहाल जांजगीर चांपा जिले के अलावा सक्ति जिले की बात करें तो जैजैपुर के पूर्व विधायक एवं कांग्रेस सहित अन्य पार्टी के पदाधिकारीयो की लंबी लिस्ट हैं.जो भारतीय जनता पार्टी में शामिल होना चाह रहे हैं।
हाल ही में जांजगीर-चांपा जिले में अमित शाह के कार्यक्रम के दौरान भी ऐसी खबरें आ रही थी कि बड़े संख्या में कांग्रेस के पूर्व विधायक एवं पदाधिकारी सहित अन्य पार्टी के नेता भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं, लेकिन वह भी कार्यक्रम टल गया. उसके बाद हाल ही में जैजैपुर के पूर्व विधायक केशव चंद्र के साथ अन्य पार्टी के नेता भी भारतीय जनता पार्टी में प्रदेश अध्यक्ष के समक्ष शामिल होने का कार्यक्रम बना था जो किसी कारणवश वह भी टल गया।