अम्बिकापुर..(सीतापुर/अनिल उपाध्याय)..दुधमुँहे बच्चे को सीने से लगा मायके से अपने पति के साथ घर वापस आ रही महिला के गोद से नाला पार करते वक्त बच्चा फिसलकर बारिश के पानी से लबालब भरे नाले में जा गिरा और पलक झपकते ही नाले के तेज बहाव में बह गया. माँ-बाप संभल पाते इससे पहले उनका मासूम उनकी नजरो से हमेशा के लिए ओझल हो गया. इस हादसे में पलक झपकते ही अपने कलेजे के टुकड़े को खो चुके माता-पिता का हाल बेहाल है. चौबीस घण्टे हो गए उस मासूम का अभी तक कोई सुराग पता नही चला है.
यह घटना मैनपाट विकासखंड के तराई गाँव हर्रामार (करियापारा) की है जहाँ की होलिका सिदार अपने पति शिव सिदार अपने दुधमुंहे बच्चे के साथ अपने मायके ग्राम तमता गई हुई थी.. जहाँ से वह अपने पति और बच्चे के साथ शनिवार की शाम करीब 7 बजे अपने घर वापस आ रही थी.. इसी दौरान जब वह घर से कुछ दूर पहले मार्ग के बीच पड़ने वाला करिया नाला पार कर रही थी.. उस दौरान उसके गोद से फिसलकर उसका दुधमुँहा बच्चा नाले में गिर गया.. अचानक हुए इस घटना से घबराए माँ-बाप अपने बच्चे को बचा पाते.. इससे पहले ही मासूम बच्चा नाले के तेज बहाव में बह गया.. शाम होने की वजह से वहाँ अंधेरा भी ही गया था जिस वजह से बेबस माँ-बाप चाह कर भी कुछ नही कर पाये.. फिर भी दोनों ने अपने मासूम को को ढूढ़ने का काफ़ी प्रयास किया लेकिंन कुछ पता नहीं चला..
जिसके बाद दोनों ने नाला पार कर इस घटना के बारे में परिजनों व् ग्रामीणों को दी.. और ग्रामीणों के सहयोग से देर रात तक बच्चे की तलाश की गई.. लेकिन कुछ पता नहीं चला.. पीड़ित माता-पिता ने इस घटना की रिपोर्ट स्थानीय थाने में दर्ज कराई है.. वहीँ इस हादसे में अपने दुधमुँहे बच्चे को खो चुके माँ-बाप इस सदमे से उबर नहीं पा रहे हैं.. उनका रो-रोकर बुरा हाल है..
वहीँ इस संबंध में सीतापुर थाना प्रभारी अनूप कुमार एक्का ने बताया कि बाहर होने की वजह से यह घटना उनकी जानकारी में नही है.. इसकी जानकारी लेकर उचित कार्रवाई की जाएगी..