रायपुर। उत्तरी छत्तीसगढ़ के उत्तरप्रदेश की सीमा से सटे ग्राम चेरा में 8 पंडो आदिवासियों के पिटाई के मामले में भले ही पुलिस ने 10 लोगो को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, लेकिन अब इस मामले का राजनीतिकरण हो गया है। इस मामले को सियासी समीकरण के चश्मे से देखा जा रहा है।
दरअसल 8 पंडो आदिवासियों से पिटाई के मामले में कल पुलिस हरकत में आयी थी और बलरामपुर जिले के एडिशनल एसपी प्रशांत कतलम ने मोर्चा सम्हालते हुए थाना त्रिकुंडा पहुँच, पीड़ितों से मुलाकात की और रामधनी पंडो की रिपोर्ट पर दस आरोपियों की गिरफ्तारी की, लेकिन इधर छत्तीसगढ़ कांग्रेस को लगता है की घटना के 24 घण्टे के भीतर आरोपियों की गिरफ्तारी हुई। तभी तो प्रदेश कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से एक के बाद एक दो ट्वीट हुए। जिसमे कांग्रेस ने दावा किया कि घटना के 24 घण्टे के भीतर आरोपियों की गिरफ्तारी हुई। जबकि ठीक दूसरे ट्वीट में लिखा गया कि घटना पुरानी है और सरकार को बदनाम करने की नीयत से वीडियो वायरल किये गए।
जिसके कुछ घण्टो बाद कांग्रेस ने दोनों ही ट्वीट डिलीट कर खेद प्रकट किया की तथ्यात्मक त्रुटि की वजह से दोनों ही पोस्ट डिलीट किये और जैसे ही खेद वाला ट्वीट हुआ। भाजपा ने कांग्रेस के ट्वीट पर चुटकी ली तथा कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र में किये गए वायदों की ओर इशारा करते हुए भाजपा ने लिखा कि अब लगे हाथ छत्तीसगढ़ की जनता से इस सम्बंध में माफी मांग ले!