कोरिया ( बैकुण्ठपुर से J.S.ग्रेवाल)
आज से लगभग 3 वर्ष पूर्व शेयर मार्केट में रुपया लगाने के नाम पर लोगो से लाखो रूपए ठगी करने वाले फरार आरोपी को बैकुण्ठपुर कोतवाली पुलिस ने मध्यप्रदेश के रीवा से गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के मुताबिक आज से 4 वर्ष पूर्व पटना के एक शासकीय कर्मचारी के पुत्र ने शेयर बाजार में ट्रेडिंग का काम शुरु किया था। जिसके लिए वो रायपुर से प्रशिक्षण लेकर जिले के पटना ग्राम में आया । जंहा उसने शेयर मार्केट के बारे मे लोगो को बताया कि इसमें रुपया जमा करने से नुकसान नहीं होता है। और पैसा की वापसी की 100 प्रतिशत गारंटी होती है। लोगो को विश्वास में लेकर अपने काम की शुरुआत आरोपी रविन्द्र नें अपने दोस्तों से की। चूंकि आरोपी रविन्द्र बचपन से पटना में रहा था और यही कारण था कि उसने जल्दी ही लोगो का विश्वास जीत लिया। जिसके बाद रविन्द्र ने जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर मे अपना पहला कार्यालय चिरमिरी रोड पर कांग्रेस कार्यालय के पास खोला और कारोबार की शुरुआत मे लोगो का विश्वास जीतने लेन देन में जमकर इमानदारी दिखाई । इस दौरान इसने शेयर बाजार में इन्वेस्ट करने के इच्छुक लोगो को रुपया डबल करने का लालच भी दिया। जिसके लिये इसने इनवेस्टर को हर माह का एक निश्चित राशि का चेक दिया । आरोपी रविन्द्र के इस काम मे मुनाफे को देखते हुए पटना के लोगो ने एजेंट के रूप में काम भी किया । और आरोपी द्वारा एजेंटो को उनके काम पर 10 से 20 प्रतिशत की राशि दी जाती थी । जिससे एजेंट इन्वेस्टर से राशि जमा कराते रहे और लोग रमक दुगना होने की लालच में अपना रुपया शेयर बाजार में फंसाते गए। शुरुआत के 1 वर्ष तो कारोबार अच्छा चला लेकिन जैसे ही एक साल बीता इन्वेस्टर के चेक बाउन्स होने लगा । लिहाजा पीडित लोगो नें रविन्द्र से अपने रुपए वापस करने की मांग की। लेकिन रुपए वापस करने तो दूर आरोपी लोगो से बात करने से भी गुरेज करने लगा। और दो वर्ष पूरा होने के पहले संचालक फरार हो गया
इसके बाद शेयर मार्केट में लाखो रुपया इन्वेस्ट कराने के नाम पर ठगी के शिकार हुए लोगो ने रावेन्द्र दुबे के खिलाफ पुलिस मे शिकायत की। और फिर लंबे समय से आरोपी की तलाश में जुटी पुलिस ने मुखबिर की सुचना के आधार पर आरोपी को रीवा से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की । मामला लोगो से रुपया ठगी का था। जिससे कोतवाली पुलिस ने आरोपी रविंद्र दुबे खिलाफ 420 का मामला दर्ज किया था । लेकिन लोगो के बयान और आरोपी की गिरफ्तारी के बाद विवेचना में पुलिस धारा बढा भी सकती है, गौरतलब है कि शिकायकर्ताओ की लंबी फेहरिस्त और मामले की गंभीरता को देखते हुए थाना प्रभारी विनीत दुबे खुद एक टीम बना कर आरोपी को पकड़ने रीवा गये थे जहा उन्हे स्थानिय पुलिस की मदद से आरोपी को पकडे में सफलता हासिल हुई है।
थाना प्रभारी के मुताबिक
थाना प्रभारी विनीत दुबे ने बताया की मामले मे करोड़ो की धोखाधड़ी हुई है जिसके आरोपी को अभी हिरासत में लिया गया है,, अभी दस्तावेज जप्त नहीं हुए है सभी दस्तावेज मिलने पर ही वास्तविक राशी की जानकारी हो पाएगी ।
क्या है सेंसेस्क में राशी जमा करने के नियम
वैसे कोई भी व्यक्ति इस पर रुपया जमा नहीं कर सकता इस पर रुपया जमा करने के लिए इन्वेस्टर का पैन कार्ड होना अनिवार्य है साथ ही इसके लिए एक डीमेट एकाउन्ट खोलना पड़ता है जिसमे उक्त राशि जमा की जाती है,, जिसके बाद बैंक से कस्टमर को एक यूजर पासवर्ड दिया जाता है । जिससे ट्रेडिग कर शेयर मार्केट में रुपया इन्वेस्ट किया जाता है। जबकि आरोपी ने लोगो को बताया था कि यदि इस तरह नियम के तहत काम किया जाएगा। तो आपको हुए नुकसान की कोई जवाबदारी मेरी नहीं होगी । बहरहाल लोगो के करोडो रुपए डकार चुके आरोपी के साथ अगर मामले की ठीक ढंग से जांच होती है तो आरोपी के साथ ही उसके द्वारा रखे गए ऐजेंटो पर भी कानून की गाज गिर सकती है ।