
रायपुर. छत्तीसगढ़ में आज दो बड़ी बैठक आयोजित की गई. प्रदेश के दोनों प्रमुख दल की पाठशाला अलग-अलग स्थानों मे चल रही है. कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अगवाई में राजधानी रायपुर में बैठकों का दौर दिनभर जारी रहा. वहीं बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा की अगुवाई में सरगुजा के मैनपाट में बीजेपी की पाठशाला लग रही है. लेकिन इन दोनों बैठक में नजर भी कुछ अलग-अलग ही नजर आया.
भ्रष्टाचार की शिकायत पर नाराज़ नड्डा
सरगुजा के मैनपाट में आयोजित बीजेपी की तीन दिवसीय पाठशाला के पहले दिन भाजपा नेताओं, मंत्री और विधायकों का प्रशिक्षण वर्ग आयोजित किया गया. इस प्रशिक्षण वर्ग में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भाजपा विधायकों और सांसदों को कड़क अंदाज में बहुत सी नसीहत दी. श्री नड्डा ने अपने नेताओं को कहा की आम लोगों के बीच अपना व्यवहार ऐसा रखिए कि उनके सामने जाने में शर्मिंदगी महसूस ना हो. जनता के बीच अपने आप को बड़ा महसूस न होने दे. इसके अलावा श्री नड्डा ने विधायक और सांसदों को नसीहत देते हुए कहा कि आप सभी मीडिया में सोच समझ कर बयान दीजिए ऐसे बयान न दीजिए जिससे पार्टी की छवि खराब हो. अनावश्यक टिप्पणियों से बचें. इतना ही नहीं इस नसीहत में श्री नड्डा ने भ्रष्टाचार के मामले पर स्पष्ट लहजे में कहा कि किसी से भ्रष्टाचार की शिकायत नहीं मिलनी चाहिए.
बैठक में हंगामा
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की मौजूदगी में आज दो अहम बैठकों का आयोजन किया गया. जिसमें पॉलिटिकल अफेयर कमेटी की बैठक और प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक काफी अहम मानी जा रही थी, लेकिन जैसे ही पॉलिटिकल अफेयर कमेटी की बैठक समाप्त हुई. वैसे ही कुछ वरिष्ठ नेता अंदर घुसने का प्रयास करने लगे. तभी अंदर पहले से मौजूद नेताओं ने उन्हें रोकने का प्रयास किया. लिहाजा दोनों के बीच कांग्रेस कार्यालय के मुख्य द्वार में ही जमकर विवाद और हंगामा हुआ. गौरतलब है कि यह हंगामा उसे वक्त हो रहा था जब मल्लिकार्जुन कार्यालय के भीतर मौजूद थे.
इसलिए डूबी है कांग्रेस
कांग्रेस की बैठक में विवाद और हंगामा के बीच पंडरिया के वरिष्ठ कांग्रेस नेता काशीनाथ सिंह ने साफ तौर पर कहा कैसे विवाद और हंगामा की वजह से ही कांग्रेस डूबी है. दअरसल, जिन कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को कार्यालय के भीतर नहीं जाने दिया जा रहा था. उनमें पंडरिया के वरिष्ठ कांग्रेस नेता काशीनाथ सिंह भी शामिल थे.