रिजर्वेशन नहीं पर टिकट है तो जनशताब्दी में नो-फाइन

बिलासपुर

जनशताब्दी एक्सप्रेस में रिजर्वेशन नहीं है और यदि आपके पास सुपरफास्ट ट्रेन का टिकट है तब भी सफर कर सकते हैं। टीटीई द्वारा किसी तरह का जुर्माना नहीं किया जाएगा। बर्थ होने की स्थिति में टीटीई सिर्फ दोनों ट्रेनों के टिकट में अंतर की राशि लेगा। हालांकि ट्रेन में चढ़ने के पहले टीटीई से सीट की जानकारी लेना अनिवार्य है। कुछ महीने पहले रेलवे ने एक आदेश जारी कर जनशताब्दी एक्सप्रेस में सफर करने के लिए रिजर्वेशन अनिवार्य कर दिया है। एकाएक इस बदलाव का असर भी दिखने लगा है। इस ट्रेन में पहले की तरह यात्रियों की भीड़ नजर नहीं आ रही है। रिजर्वेशन नहीं होने के कारण इस ट्रेन में चढ़ने से कतराते हैं। हालांकि एक नियम यह भी है जिसमें जुर्माना से बचा सकता है। इसकी जानकारी ज्यादातर यात्रियों को नहीं है। अब यात्री दूसरी ट्रेन का टिकट लेकर इसमें सफर कर सकते हैं। हालांकि पहली प्राथमिकता सुपरफास्ट ट्रेन के टिकटधारी यात्रियों को दी जाएगी। सुपरफास्ट के बाद एक्सप्रेस ट्रेनों के टिकटधारी यात्रियों को सुविधा देने का प्रावधान है। यह सुविधा उस स्थिति में मिलेगी जब यात्री ट्रेन में चढ़ने से पहले संबंधित कोच में तैनात टीटीई से संपर्क करेंगे और यह जानकारी लेंगे कि सीट खाली है या नहीं है। टीटीई सफर की इजाजत तभी देगा जब ट्रेन में सीट उपलब्ध रहेगी। अगर सीट नहीं रहेगी तो ऐसी स्थिति में टीटीई के पास जुर्माने का अधिकार है।

आधे घंटे पहले तक बुकिंग  ,जनशताब्दी एक्सप्रेस में सफर करने वाले यात्रियों को फरवरी से राहत देने की तैयारी है। इसके तहत ट्रेन आने के आधे घंटे पहले तक इसमें सीटों का आरक्षण शुरू किया जाएगा। नए साल की शुरुआत में जनशताब्दी ट्रेन में करंट बुकिंग की सुविधा बंद कर देने से यात्री परेशान थे। ट्रेन के टीटीई बताते हैं कि वर्तमान में 30 से 50 प्रतिशत सीटें खाली रहती हैं। इस खाली सीटों को देखते हुए अलग- अलग स्टेशनों में इसके अलग- अलग चार्ट भी बनेंगे। रिजर्वेशन नहीं है और यदि यात्री के पास सुपरफास्ट ट्रेन का टिकट है तो वे सफर कर सकते हैं। टीटीई उसे यात्रा करने की इजाजत तभी देगा जब सीट उपलब्ध रहेगी। सीट खाली होने की स्थिति में दोनों ट्रेनों के टिकट में अंतर की राशि ली जाएगी।