रायपुर, राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने आज चौंथी वाहिनी छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल माना में राष्ट्रीय एकता, अखण्डता और सुरक्षा की शपथ दिलाई। आज पूरे भारत वर्ष में सरदार वल्लभभाई पटेल के जन्मदिन को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया गया।
गृहमंत्री साहू ने अपने संदेश में कहा है कि भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले देश के प्रथम गृहमंत्री और उप-प्रधानमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने बारदोली सत्याग्रह का नेतृत्व किया था।
इस सत्याग्रह की सफलता पर महिलाओं ने उन्हें ‘सरदार’ की उपाधि प्रदान की थी। आजादी के बाद विभिन्न देशी रियासतों में बिखरे भारत के राजनीतिक एकीकरण में मुख्य भूमिका निभाने के लिए पटेली जी को ‘‘लौहपुरूष’’ भी कहा जाता है। सरदार पटेल ने भारत को एकता के सूत्र में बांधते हुए अखंड भारत को मूर्त रूप दिया।
गृहमंत्री साहू ने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल आदर्श व्यक्तित्व ही नहीं, बल्कि एक निडर, साहसी एवं प्रखर व्यक्ति थे। बिखरे भारत के भू-राजनैतिक एकीकरण में मुख्य भूमिका निभाने के लिए, उनके निधन के 41 वर्ष बाद उन्हें 1991 में देश के सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान ‘‘भारत रत्न’’ से सम्मानित किया गया।
गृह मंत्री साहू ने राष्ट्रीय एकता दिवस पर पुलिस जवानों को सत्यनिष्ठा से राष्ट्र की एकता, अखण्डता और सुरक्षा बनाये रखने के लिए स्वयं को समर्पित करने की शपथ दिलाई। पुलिस जवानों ने शपथ लिया कि-
‘‘मैं सत्य निष्ठा से शपथ लेता हूं कि मैं राष्ट्र की एकता अखण्डता और सुरक्षा को बनाये रखने के लिए स्वयं को समर्पित करूंगा और अपने देशवासियों के बीच यह संदेश फैलाने का भी भरसक प्रयत्न करूंगा। मैं यह शपथ अपने देश की एकता की भावना से ले रहा हूं, जिसे सरदार वल्लभ भाई पटेल के दूरदर्शिता एवं कार्यों द्वारा सम्भव बनाया जा सका। मैं अपने देश की आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपना योगदान करने का भी सत्य निष्ठा से संकल्प करता हूं।’’