खाट पर सवार स्वास्थ्य व्यवस्था, बाढ़ के आगे न झुकी मां की ममता… फिर उजागर हुआ सरकारी सिस्टम का सच; देखें Video

बीजापुर. नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग के बीजापुर से एक बार फिर बदहाल सिस्टम का एक जीता जागता उदाहरण सामने आया है. जहां एक प्रसव पीड़ा से कराह रही महिला को सिस्टम से जूझते हुए नदी पार कर अस्पताल जाना पड़ा. सरकार तमाम दावा करती है कि बस्तर के हालात बदले है. बस्तर में लोकतंत्र की सरकार है. लेकिन इस एक तस्वीर ने सरकारी दावों को झुठला दिया है. दरअसल बस्तर संभाग के सात जिलों में आज भी कई ऐसे गांव है. जो पहुंचविहीन है. लाल आतंक के साए की वजह से आज भी अंदरूनी इलाकों में मूलभूत सुविधाएं जैसे चिकित्सा, शिक्षा के नामपर कुछ भी नही है.

बता दे कि बस्तर में हुई भारी बारिश से नदी-नाले उफान पर है. बस्तर की जीवनदायिनी इंद्रावती खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. ऐसे में बीजापुर ब्लाक के गंगालूर के रेड्डी और कामानार गांव के बीच एक ऐसी तस्वीर दिखी जिसने सिस्टम को ही झुठला दिया.

एक गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा होने पर रेड्डी में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचना था. लेकिन रेड्डी और कामनार गांव के बीच नदी उफान पर थी. नदी को पार करना ही एक मात्र चारा था. ऐसे में बस्तर परिवेश के ग्रामीणों ने खाट में महिला को लिटाकर नदी पार कराया.।तब कही जाकर गर्भवती महिला को स्वास्थ्य सुविधा मिल पाया. जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर अब वायरल हो रही है.

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बस्तर से ऐसी तस्वीरें तब तक सामने आती रहेंगी. जब तक की बस्तर का विकास. बस्तर के गांवो का विकास धरातल पर नही हो जाता. लंबे अरसे से बस्तर लाल आतंक का दंश झेल रहा है. अंदरूनी इलाकों में आज भी सड़क, पुल-पुलिया नही है. बहरहाल महिला को स्वास्थ्य सुविधा समय रहते मिल गई. जिसके बाद परिजनों ने राहत की सांस ली.