गौरेला पेंड्रा मरवाही… मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा कल ही 332 करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्यों की सौगात दिए जाने के बाद नवगठित जिला गौरेला-पेंड्रा-मरवाही को जल्दी ही महिला पुलिस थाना की सौगात भी मिल सकती है। छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक ने अपने प्रवास के दरम्यान महिलाओं से जब उनकी समस्याओं के संबंध में चर्चा की तो अनेक महिलाओं ने गौरेला पेंड्रा मरवाही जिला में महिलाओं से संबंधित अपराध की सुनवाई और शिकायत सुनने के साथ त्वरित कार्यवाही के लिए जिले में महिला पुलिस थाना की आवश्यकता बताई। आयोग की अध्यक्ष डॉ नायक ने महिला थाना की मांग को जायज बताते हुए इस संबंध में तत्काल प्रदेश के पुलिस महानिदेशक से फोन पर चर्चा की। बताया गया कि डीजीपी ने भी महिला पुलिस थाना के संबंध में अपनी सहमति दे दी है। जल्द ही इस दिशा में आगे कार्यवाही की जायेगी।
सुपोषण अभियान की शुरुआत की
महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ नायक गौरेला पेंड्रा मरवाही एवं बिलासपुर जिले के 3 दिवसीय प्रवास पर है। अपने प्रवास के दूसरे दिन उन्होंने गौरेला ब्लॉक के ग्राम नेवसा आंगनबाड़ी केंद्र का निरीक्षण कर सुपोषण सप्ताह अभियान की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने उपस्थित ग्रामीणों को कहा कि शासन द्वारा कुपोषित बच्चों को सुपोषित बनाने के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है। समाज और देश को विकास और उन्नति के मार्ग में ले जाने के लिए नौनिहालों के स्वास्थ्य की सुरक्षा करना हम सबकी जवाबदारी है। बच्चों के सुपोषण स्तर को बनाये रखने के लिए गुणवत्तापूर्ण पोषण आहार आवश्यक है। उन्होंने कहा कि बच्चों के स्वास्थ्य की रक्षा के साथ-साथ महिलाओं को भी शासन की तरफ से गर्म भोजन और अन्य पोषक आहार दिया जा रहा है। जिला प्रशासन द्वारा भी एनीमिक महिलाओं और कुपोषित बच्चों के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इसका लाभ अवश्य उठाएं।
महिलाओं को प्रताड़ित करना गंभीर अपराध
अध्यक्ष डॉ नायक ने महिलाओं को उसके अधिकारों के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि महिला को किसी भी तरह से प्रताड़ित करना गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है। महिलाएं शोषण और प्रताड़ना से बचने के लिए अपनी अधिकारों के प्रति जागरूक रहे। किसी भी तरह के पारिवारिक अथवा वैवाहिक जीवन की समस्याओं के निराकरण के लिए महिला आयोग में आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं।ग्राम नेवासा की महिलाओं ने अवगत कराया कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत सभी घरों में शौचालय का निर्माण किया जाना है। गांव की अधिकतर लोगों द्वारा खुले में शौच को संज्ञान में लेते हुए अध्यक्ष ने कलेक्टर से चर्चा कर गाँव में छूटे हुए घरों में शौचालय निर्माण की बात कही।इसी तरह मरवाही के सदभावना भवन में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता,मितानिन और महिला बाल विकास के उपस्थित अधिकारियों को डॉ नायक ने कानूनी अधिकारों के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी देकर प्रशिक्षित किया।इस दौरान उन्होने महिलाओ की समस्याओं का निराकरण भी किया।उसके बाद महिला बाल विकास के विभागीय अधिकारियों से बैठक हुई, जिसमें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सुनवाई रखने की विस्तारपूर्वक चर्चा की गई।