
अम्बिकापुर। सरगुजा जिले के मैनपाट में आयोजित भाजपा के तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के अंतिम दिन उस वक्त सियासी हलचल मच गई, जब किसानों की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को ज्ञापन देने जा रहे छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री अमरजीत भगत को पुलिस ने रास्ते में ही हिरासत में ले लिया।
पूर्व मंत्री अमरजीत भगत अपने समर्थकों के साथ भाजपा प्रशिक्षण शिविर स्थल की ओर बढ़ रहे थे, जहां मुख्यमंत्री साय मौजूद थे। अमरजीत भगत का कहना था कि वे किसानों को खाद और बीज की आपूर्ति में आ रही गंभीर समस्याओं से मुख्यमंत्री को अवगत कराना चाहते थे। लेकिन इससे पहले कि वे मुख्यमंत्री तक पहुंचते, पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक लिया और हिरासत में लेते हुए कमलेश्वरपुर थाना ले गई।
पुलिस की इस कार्रवाई के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं में आक्रोश फैल गया। बड़ी संख्या में कांग्रेस समर्थक थाने के बाहर जुट गए और जमकर नारेबाजी करने लगे। कांग्रेस नेताओं ने इस कार्रवाई को अलोकतांत्रिक बताते हुए कहा कि सरकार जनसमस्याओं को सुनने की बजाय आवाज दबाने की कोशिश कर रही है।
पूर्व मंत्री भगत ने कहा, “किसानों को खाद और बीज की जबरदस्त किल्लत झेलनी पड़ रही है। हमारी कोशिश थी कि मुख्यमंत्री तक किसानों की पीड़ा पहुंचाई जाए, लेकिन सरकार को यह पसंद नहीं आया।”