
अम्बिकापुर। रिंग रोड पर खड़े ट्रकों से डीजल चोरी कर फरार होने वाले गिरोह के एक सदस्य को पुलिस ने फिल्मी अंदाज में करीब 200 किलोमीटर तक पीछा कर रतनपुर से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी अपने साथियों के साथ धारदार हथियार दिखाकर ट्रक चालकों को डराता था और डीजल चोरी की वारदात को अंजाम देता था। पकड़े गए आरोपी के खिलाफ छत्तीसगढ़ के कई थानों में पहले से गंभीर आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं।
जानकारी के अनुसार भिलाई स्थित एएचटीसी सोम लॉजिस्टिक कंपनी का अशोक लीलैंड ट्रक सीमेंट लेकर अम्बिकापुर पहुंचा था। 10 नवंबर की रात ट्रक अनलोड नहीं हो पाने के कारण चालक अवधेश कुमार सिंह ने वाहन को रिंग रोड किनारे खड़ा कर दिया और सो गया। रात करीब तीन बजे डीजल टंकी की ओर से आवाज आने पर जब उसने देखा तो 3-4 युवक चेहरे बांधकर डीजल निकाल रहे थे। विरोध करने पर आरोपियों ने चाकू और गुप्ती दिखाकर मारपीट की और डीजल भरकर मौके से फरार हो गए।
इस घटना की रिपोर्ट पर थाना कोतवाली अम्बिकापुर में अपराध दर्ज कर विवेचना शुरू की गई। तकनीकी साक्ष्यों और साइबर सेल की मदद से आरोपियों की पहचान की गई। इसी बीच मुखबिर से सूचना मिली कि आरोपी सफेद कार से अंबिकापुर से बिलासपुर की ओर जा रहे हैं। पुलिस टीम ने तत्काल पीछा शुरू किया और रतनपुर के पास एक आरोपी रितेश तिवारी को दबोच लिया, जबकि उसके अन्य साथी मौके से भाग निकले।
पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कबूल किया। उसकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त सफेद रंग की बलेनो कार, करीब 200 लीटर डीजल और पाइप जब्त किया गया। जांच में सामने आया कि आरोपी के खिलाफ थाना गांधीनगर, मणिपुर, लखनपुर और जयनगर में पहले से कई मामले दर्ज हैं।
पुलिस ने आरोपी रितेश तिवारी, उम्र 28 वर्ष, निवासी ग्राम रस्मोहनी, जिला शहडोल (मध्यप्रदेश) को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है। इस कार्रवाई में कोतवाली अंबिकापुर और साइबर सेल की संयुक्त टीम की अहम भूमिका रही, जिनकी सतर्कता से डीजल चोरी के सक्रिय गिरोह का एक सदस्य पुलिस के शिकंजे में आ सका।




