
बलरामपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन की जिला स्तरीय बैठक बुधवार को शासकीय महाविद्यालय, बलरामपुर में आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता जिला संयोजक नंदकुमार देवांगन ने की, जबकि जिला पर्यवेक्षक डॉ. नृपेन्द्र सिंह और विकास कुमार कश्यप की मौजूदगी रही। इसमें जिले के विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि, पदाधिकारी और सदस्य बड़ी संख्या में शामिल हुए।
बैठक में कर्मचारियों और अधिकारियों से जुड़ी समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की गई। फेडरेशन के प्रांतीय आह्वान पर सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि 11 सूत्रीय मांगों के समर्थन में 22 अगस्त 2025 को जिले के सभी कर्मचारी-अधिकारी सामूहिक अवकाश लेकर जिला मुख्यालय में शांतिपूर्ण धरना और प्रदर्शन करेंगे।
फेडरेशन की प्रमुख मांगों में केंद्र कर्मचारियों के समान 2% महंगाई भत्ता एरियर सहित, 2019 के बाद लंबित महंगाई भत्ते का एरियर जीपीएफ में समायोजन, ‘पिंगुआ कमेटी’ की रिपोर्ट सार्वजनिक करना, 8-16-24-30 वर्ष सेवा पर समयमान वेतनमान, कैशलेस चिकित्सा सुविधा, अनुकंपा नियुक्ति नियमों में ढील, 300 दिवस अवकाश नगदीकरण, पुरानी पेंशन बहाली का विकल्प, सेवानिवृत्ति आयु 65 वर्ष, और कार्यभारित-कॉन्ट्रैक्ट-दैनिक वेतनभोगियों का नियमितीकरण शामिल हैं।
बैठक में संगठन को मजबूत करने और आंदोलन की तैयारी पर भी चर्चा हुई। जिला कार्यकारिणी का पुनर्गठन किया गया, जिसमें शिव प्रसाद रवि को जिला उपसंयोजक, देवनारायण गुप्ता को उपाध्यक्ष, प्रदीप कुजूर को संगठन सचिव और संतोष सिंह को प्रवक्ता बनाया गया। यह निर्णय जिला फेडरेशन महासचिव रमेश कुमार तिवारी के प्रस्ताव पर सर्वसम्मति से लिया गया।
बैठक में इम्तियाज अहमद, सूर्यप्रताप कुशवाहा, अगस्टिन कुजूर, नन्द किशोर सिंह, डॉ. अर्चना गुप्ता, ओम शरण शर्मा, योगेश राठौर, डॉ. अश्वनी विश्वकर्मा, हृदय विश्वकर्मा, फूलचंद, सुनील गुप्ता, विकास गुप्ता, विवेकानंद गुप्ता, पीताम्बर सिंह, हेमन्त कुमार मंहत, प्रियेश प्रताप सिंह, उमेश कुमार तिवारी, विजय यादव, उदय नारायण दीक्षित सहित विभिन्न संगठनों के जिला व ब्लॉक स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित रहे।