बीजापुर. ज़िले के मोदकपाल थानाक्षेत्र के पेद्दाकवाली के जंगल में सदिग्ध परिस्थिति में एक महिला के होने सबंध में सूचना मिलने पर जांच करने के लिए बीजापुर डीआरजी बल को पेद्दाकवाली की ओर 17 जून (बुधवार) को रवाना किया गया था.
सर्चिंग के दौरान पेद्दाकवाली के जंगल में संदिग्ध परिस्थिति में मिली उक्त महिला से पुछताछ किया गया. जिसके दौरान उसने अपना नाम सुमित्रा चेपा पिता चिन्ना, उम्र 32 वर्ष, ग्राम पेद्दाकवाली थाना मोदकपाल, जिला बीजापुर का होना बताया. जो वर्ष 2010 से माओवादी संगठन में भर्ती होकर विभिन्न पदों पर कार्य करते हुए वर्तमान में बटालियन में कंपनी नम्बर 01 के प्लाटून नम्बर 03 की सक्रिय सदस्या के रूप में कार्यरत है.
संगठन में कार्य करते हुए वर्तमान में सर्दी, खांसी व बुखार की शिकायत होने पर बटालियन के माओवादी इसे कोरोना होने की शंका में एवं संक्रमण के भय से उसे बटालियन से छुटटी कर दी गई. लगातार 10 वर्षो से माओवादी संगठन में रहकर काम करने के पश्चात अचानक संगठन से छुटटी किये जाने पर उक्त महिला सुमित्रा चेपा द्वारा अपने परिजनों के पास आने के उद्देश्य से पेद्दाकवाली जंगल में आकर रूकी हुई थी.
सुमित्रा चेपा द्वारा यह भी बताया गया कि संगठन में अन्य कई माओवादी सदस्यों को सर्दी, खांसी, बुखार एवं उल्टी-दस्त की शिकायत है. जिससे बटालियन के माओवादी कोरोनो संक्रमण के भय से घबरा गये है.. तथा कोरोनो बिमारी को लेकर बटालियन में हड़कंप मचा हुआ है. यही वजह है कि बटालियन में माओवादियों को सर्दी, खांसी व बुखार के लक्षण दिखने पर उनका संगठन से छुट्टी कर दिया जा रहा है.
उपरोक्त परिस्थिति में हिरासत मे लिये गए महिला माओवादी सुमित्रा चेपा को अस्पताल में कोरोना संक्रमण सबंधित समस्त स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाकर क्वारंटारइन में रखा गया है. क्वारंटार्ईन अवधि पूर्ण होने पर विस्तृत पुछताछ किया जाकर विधि अनुसार अग्रिम कार्यवाही की जावेगी.
पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज सुंदरराज पी एवं पुलिस अधीक्षक बीजापुर कमलोचन कश्यप द्वारा क्षेत्रवासियों से अपील की गई है.. कि सुमित्रा चेपा जैसे कोरोना के भय से माओवादी संगठन छोड़कर वापस गांव आने वाले माओवादी कैडरों के बारे में नजदीकी थाना/चौकी/कैम्पों में सूचना देने का कष्ट करें, ताकि उन सबका स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाकर कोरोना संक्रमण की रोकथाम हेतु आवश्यक कार्यवाही की जा सकें.