जरही- (बिट्टू सिंह राजपूत) सुरजपुर जिले के प्रतापपुर वन परिक्षेत्र इन दिनो पुरी तरह से हाथीयो से प्रभावित क्षेत्र हो गया है । जाके राखे सैया मार सके ना कोई जैसी कहावत प्रतापपुर वनपरिक्षेत्र के कोरंधा मे चरितार्थ साबित हुआ है ।मिली जानकारी के अनुसार गुरूवार देर रात खलीहान मे रखे धान को रखवाली कर रहा एक ग्रामिण अपने सुझ बुझ से हाथियो के जुंगल से जान बचाने मे सफल रहा ,बताया जा रहा है कि कोरंधा निवासी मटुकधारी आ0 सोहन उम्र 55वर्ष अपना खलीहान मे धान के रखवाली कर रहा था इसी बिच लगभग 12 से 1 बजे की बीच हांथी गांव मे प्रवेश कर गया ,इस बात को किसी गाव वालो को पता तक नही था कि गाव हाथी आया है इसलिए ग्रामिण मटुकधारी भी बाहरे खलिहान मे खाट पर गहरी निंद मे शो रहा था इसी दौरान देर रात दल से बिछड कर एक हाथी अपने बच्चे के साथ गाव मे आ धमका और खलिहान मे शो रहा किशान को पटक दिया जिसके बाद ग्रामिण अपने सुझ बुझ से चारपाई के निचे दब कर अपना सास को कुछ समय के लिए रोक कर बेहोश हलात मे हो गया जिसके बाद हाथी ग्रामिण को सुंघ कर फिर खलिहान मे रखे करीब डेढ किंटल धान को चट कर वापस चला गया ।
रिहायसी इलाके मे आने से ग्रामिणो मे दहशत
हाथीयो को क्षेत्र के रिहायसी इलाके मे आने से लोग दहशत मे इन दिनो रहने को विवश हो गये है ।क्षेत्र मे बड रहा लगतार हाथीयो के विचरण से ग्रामिण अब खुद को असुरक्षित समझने लगे है ,वन विभाग द्वारा यदी समय रहते इन हाथीयो के रोकथाम के लिए यदी कोई कारगर उपाय नही किया गया आने वाले समय मे और कोई बडा हादसा को अंजाम दे सकते है यहा क्षेत्र मे विचरण कर रहे हाथी लोग दहशत मे जिवनयापन करने पर विवश हो गये है ।