रायपुर. प्रदेश में चल रहे लॉकडाउन के कारण बीते दिनों कई ऐसे फेक न्यूज़ देखने को मिले जो लोगों तक भ्रामक जानकारी पहुंचा रहे थे. इन फेक न्यूज़ को कंट्रोल करने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा एक फेक न्यूज कंट्रोल और स्पेशल मॉनिटरिंग सेल बनाया गया है. जिसका काम न्यूज़ चैनल, समाचार पत्रों और सोशल मीडिया पर फैलाए जाने वाले फेक न्यूज़ को ट्रैक करना है. इन खबरों को बनाने और फैलाने वालों पर कड़ी कार्यवाही भी की जा रही है. बीते दिनों कोरोना से संबंधित कई अफवाह और फेक न्यूज़ चलाए गए थे.
छात्रों को भ्रमित करने के लिए विश्व विद्यालय से संबंधित एक न्यूज़ सामने आया है. जिसमें पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय छत्तीसगढ़ MBBS पाठ्यक्रम के परीक्षा एवं रिजल्ट संबंधित गलत जानकारी फैलाई गई. विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से एक अधिसूचना जारी कर बताया गया कि एमबीबीएस द्वितीय वर्ष की परीक्षा आयोजित कर अंकसूची जारी करना कठिन हो गया है. अतः MBBS द्वितीय वर्ष की परीक्षाएं रद्द करते हुए सभी छात्रों को सामूहिक पदोन्नति किया जाता है.
इस फेक आदेश को हुबहू विश्वविद्यालय के अधिकारिक आदेश की तरह बनाया गया था. जिसमें विश्वविद्यालय के कुलसचिव के हस्ताक्षर भी थे. जिसे छत्तीसगढ़ स्टेट फेक न्यूज़ कंट्रोल एवं मॉनिटरिंग सेल द्वारा पकड़ा गया. जिसके बाद इसे फैलाने वाले की खोज कर कार्यवाही करने की तैयारी की जा रही है.