मध्य प्रदेश के नक्सलवाद प्रभावित बालाघाट जिले में पुलिस को सड़क पर पर्चे मिले हैं, जिसमें तीन राज्यों- मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में 10 दिसंबर को बंद का आह्वान किया गया है।
अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने कहा कि नक्सलियों ने शुक्रवार और शनिवार की दरम्यानी रात सड़क निर्माण कार्य में इस्तेमाल होने वाले रोड रोलर को जला दिया और पर्चे छोड़ दिए।
पुलिस ने बताया कि महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में पुलिस मुठभेड़ में नक्सलियों ने के मारे जाने से नाराज विद्रोहियों के एक समूह ने एक गांव में रोड-रोलर को आग के हवाले कर दिया।
बालाघाट जिले के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने घटना की पुष्टि करते हुए आईएएनएस को बताया कि इलाके में पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है और तलाशी अभियान जारी है।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, मौके से एक बैनर और सात पर्चे बरामद किए गए, जिसमें छत्तीसगढ़ क्षेत्रीय समिति और माओवादियों की मलाजखंड क्षेत्र समिति के नाम का उल्लेख है। पर्चे में 26 नक्सलियों (माओवादियों) के मारे जाने का उल्लेख है, जो गढ़चिरौली में 13 नवंबर को एक मुठभेड़ में मारे गए थे।
गढ़चिरौली जिले के घने जंगल में सुरक्षा बलों के साथ भीषण मुठभेड़ के बाद उस जगह से 29 हथियार भी बरामद किए गए हैं।
साथ ही, बेहतर समन्वय सुनिश्चित करने और क्षेत्र को 13 नवंबर से मुक्त बनाने के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने डिंडोरी, बालाघाट और मंडला जैसे तीन नक्सल प्रभावित जिलों को एक पुलिस क्षेत्र के अंतर्गत लाने का निर्णय लिया है।
बालाघाट मध्य प्रदेश के सबसे अधिक नक्सल प्रभावित जिलों में से एक रहा है। पिछले महीने नक्सलियों के एक समूह ने मलिकेड़ी गांव में पुलिस का मुखबिर होने के शक में दो ग्रामीणों की कथित तौर पर हत्या कर दी थी। पुलिस के मुताबिक, इसी साल जून में इसी जिले के बम्हानी गांव में नक्सलियों ने 42 वर्षीय एक व्यक्ति की हत्या कर दी थी।