सीतापुर/अनिल उपाध्याय. नया शिक्षा सत्र शुरू होने से पहले तैयारियो की समीक्षा के लिए ब्लॉक स्तरीय बैठक आयोजित की गई। शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सभाकक्ष में आयोजित इस बैठक को संबोधित करते हुए विधायक रामकुमार टोप्पो ने कहा कि आज भी शिक्षा के मामले में हमारा क्षेत्र काफी पिछड़ा हुआ है। जिसकी वजह से ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों में शिक्षा का स्तर काफी दयनीय है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में शिक्षा का मापदंड ऐसा होना चाहिए। जिससे बच्चों के अंदर शिक्षा के साथ स्किल डेवलपमेंट भी हो सके। ताकि बच्चा भविष्य में जाकर आत्मनिर्भर बन सके। उन्होंने बैठक में मौजूद शिक्षकों को संबोधित कर कहा कि शिक्षक बच्चों के भविष्य का सबसे बड़ा शिल्पकार होता है।जो अपने बेहतर उत्तरदायित्व एवं असीमित क्षमता से बच्चों का कायाकल्प कर सकता है। मेरा शिक्षकों से आग्रह है कि आप सभी मेरा मार्गदर्शन एवं सहयोग करे। ताकि सीतापुर शिक्षा के क्षेत्र में एक नया आयाम स्थापित कर सके।
जनपद उपाध्यक्ष शैलेष सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि बच्चों में शिक्षा के साथ संस्कार का होना बहुत जरूरी है।इसके लिए शिक्षकों को अनुशासित होकर बच्चों के अंदर अनुशासन लाना होगा। स्कूली बच्चों के वेशभूषा से लेकर उनके रहन सहन पर ध्यान देना होगा। तभी स्कूली बच्चों के अंदर शिक्षा के साथ संस्कार की भावना उत्पन्न होगा।इसके अलावा खेलकूद एवं नैतिक शिक्षा को बढ़ावा देने से बच्चों के अंदर बौद्धिक और मानसिक क्षमता का विकास होगा।
बैठक को संबोधित करते हुए बीइओ मिथिलेष सिंह सेंगर ने कहा कि नए शिक्षा सत्र के शुरू होने से पहले विद्यालय की साफ सफाई एवं वहाँ की बुनियादी जरूरतों को पूरा किया जाए। इसके अलावा स्कूलों में जो भी कमियां है। उसे प्राथमिकता के साथ दूर किया जाए।बैठक को एबीईओ महेश सोनी बीआरसी रमेश सिंह बीआरपी मीना गुप्ता अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के ज्ञान विकास ने भी संबोधित कर आवश्यक दिशानिर्देश दिए। इस अवसर पर प्रेम गुप्ता पी डी टांडिया समेत माध्यमिक विद्यालय के प्रधानपाठक, शिक्षक, शिक्षिकाएं उपस्थित थे।