फ़टाफ़ट डेस्क..(कृष्णमोहन कुमार)..प्रदेश सरकार ने कोविड 19 के संक्रमण काल मे प्रदेश में इंग्लिश मीडियम स्कूलों की स्थापना किये जाने की घोषणा की थी..और फौरी तौर सरकारी इंग्लिश मीडियम स्कूलों के लिए संसाधन जुटाने की कवायद भी तेज हुई थी..लेकिन अब इस इंग्लिश मीडियम स्कूल में शिक्षकों की भर्ती के लिये जारी किए गए ..विज्ञापन ने नौकरी की राह ताक रहे हजारों शिक्षित बेरोजगार युवाओं के लिए परेशानी का सबब बन गई है..एक ओर जहां आयु सीमा को लेकर युवाओं में रोष है..तो वही दूसरी ओर बीएड की परीक्षा नही होने से आक्रोशित है..और मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर सरकारी इंग्लिश मीडियम स्कूलों के लिए शिक्षक भर्ती के लिए जारी किए गए विज्ञापन पर हस्तक्षेप करने की मांग की गई है..
दरअसल कोरिया जिले की बैकुंठपुर निवासी दिव्या गुप्ता ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है..जिसमे उन्होंने उल्लेख किया है..की कोविड 19 के संक्रमण काल मे बीएड की फाईनल ईयर की परीक्षा नही हो पाई है..ऐसे में उसके जैसे हजारों युवा सरकारी इंग्लिश मीडियम स्कूलों के लिए भर्ती किये जा रहे शिक्षकों के पदों के लिए अपात्र हो गए है..ऐसे में या तो सरकार शिक्षक भर्ती के नियम व शर्तों में फेरबदल कर दे..या फिर बीएड के परीक्षा परिणाम पिछले परिणामो के आधार पर घोषित कर दिए जाएं..जिससे अंडर बीएड की कैटेगरी वाले युवा इस शिक्षक भर्ती परीक्षा में सम्मिलित हो सके..
बता दे कि शासन के निर्देश के अनुसार सरकारी इंग्लिश मीडियम स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती के लिए बीएड की डिग्री अनिवार्य कर दी गई है..लेकिन वर्ष 2020 में बीएड की फाईनल ईयर की परीक्षा ही नही हुई है..ऐसे में अंडर बीएड स्टूडेंट्स को यह नौकरी भी हाथ से जाती दिख रही है..
वही बीते वर्षों में संविदा शिक्षकों की भर्ती में अंडर बीएड के छात्र-छात्राओं को छूट दी गई थी..लेकिन संक्रमण काल मे निकाली गई ..इस वैकेंसी में क्यो नही दी गई यह समझ से परे है…
बहरहाल बीएड की परीक्षा पर रोक शासन ने ही लगाई है..और शासन ने ही सरकारी इंग्लिश मीडियम स्कूल खोलने का निर्णय लिया है..और शासन के गाइड लाइन के मुताबिक ही भर्ती के लिए विज्ञापन भी जारी किए गए है..अब ऐसे में इस दिशा में शासन स्तर पर ही किसी प्रकार की छूट की उम्मीदें है..