भिलाई...नगर विधायक देवेन्द्र यादव ईडी की कार्रवाई को लेकर हमलावर है। भिलाई विधायक अब तक ईडी से अटैच की गई सम्पत्ति की जानकारी मांग रहे थे। लेकिन ईडी उन्हें नोटिस भेजकर बताया है कि उनकी किन सम्पतियों को ईडी ने अटैच किया है। प्रवर्तन निदेशालय ने विधायक कस घर और बैंक खाते के 8 लाख रुपये अटैच किये हैं। वहीं विधायक अपनी मां को समन भेजे जाने को लेकर ईडी की संपूर्ण कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं।
विधायक देवेन्द्र यादव के निवास पर दो माह पूर्व में प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने कार्रवाई की थी जिसके बाद ईडी ने विधायक की 10 लाख की सम्पत्ति और बैंक अकाउंट में जमा कुल 8 लाख 19 हजार की राशि अटैच की थी। विधायक देवेन्द्र यादव ने बताया कि ईडी ने उनकी मां और उनके नाम से सांल 2011 में खरीदी गई सम्पत्ति को अटैच किया है। जिसकी कीमत लगभग् 21 लाख है उनकी मां को समन भेजे जाने पर कहा कि ईडी परिवार को संभालने वाली 70 वर्षीय वृद्ध मां को परेशान कर रही है। विरोधी दल के इशारे पर मेरे परिवार को परेशान करने का कार्य कर रही है।
मेरी मां को पहले तो नोटिस जारी किया। अब उनकी पुश्तैनी संपत्ति को अटैच कर सीज करने की कार्रवाई कर रही है। विधायक देवेन्द्र यादव ने ईडी की संपत्ति अटैचमेंट की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि, ईडी महादेव आईडी औऱ चिटफंड जैसे मामलों पर कार्रवाई न करके भाजपा नेताओं के इशारे पर कांग्रेस नेताओं को परेशान कर रही है। उनकी मां ने 2011 में बैंक से लोन लेकर हाउसिंग बोर्ड से 13 लाख में मकान खरीदा था। जब मकान खरीदा तब ढाई लाख रुपए जमा किया था । बाकी राशि पंजाब नेशनल बैंक में किस्त के माध्यम से अदा किया और 2020 में लोन क्लीयर हुआ। जिसका पूरा रिकॉर्ड है। इसके बावजूद मेरी वृद्ध मां को समन जारी परेशान किया जा रहा है।
विधायक देवेंद्र यादव ने कहा कि, ईडी ने मेरे नाम पर ज्यादा संपत्ति दर्शा कर मुझे बदनाम करने की नीयत से परिवार के पुश्तैनी घर का बंटवारा कर दिया। ईडी ने मेरे नाम पर कुल 19 लाख 81 हजार 210 रुपए सीज किया है।
इसमें छत्तीसगढ़ विधानसभा से मुझे मिलने वाली सैलेरी 8 लाख रुपए है और बाकी 10 लाख घर की कीमत का पैसा है। जो मेरी मां और बड़े भैय्या के नाम पर है। उस घर के आधा हिस्सा कर मेरे नाम पर जोड़कर 19 लाख रुपए बनाया है।