मुहर्रम पर निकला ताजिया के साथ दुल्ला बाबा की सवारी

अम्बिकापुर-लखनपुर

पैगम्बर हजरत मोहम्मद के नवासे ईमाम हसन हुसैन की शहादत की याद में मनाये जाने वाली मातमी पर्व मुहर्रम स्थानीय मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अकीदत के साथ मनाया। रिवाज के मुताबिक गत बुधवार पहलाम के रोज ईमाम बाड़े से कर्बला ले जाने के लिये ताजिया निकाली गई। ताजियादारों का काफिला नगर भ्रमण करते नारे लगाते परंपरानुसार राज महल के समीप लाई गई, जहां वर्तमान लाल साहब अजीत प्रताप ङ्क्षसहदेव तथा अमित सिंहदेव ने ताजिया एवं ताजियादारों का स्वागत फूल-मालाओं से किया। मुहर्रम के मौके पर आने वाली दुल्ला बाबा की सवारी देखने व मन्नते मानने वाले झाड़-फूंक कराने वाले लोगों की भी काफी भीड़ रही। बाबा की सवारी नगर के जूना लखनपुर, पैलेश रोड, मुस्लिम मोहल्ला, बिलासपुर मुख्य मार्ग से होते हुये थाना मार्ग, हरवापारा में भी मोमिनपुरा दुल्ला बाबा की सवारी पहुंची। रियासत कालीन रिवाज के मुताबिक दुल्ला बाबा के सवारी का स्वागत लाल साहब सिंहदेव ने फूल-माला, गुलाब जल, इत्र डाल कर किया। देर रात जुलूस कर्बला शिवपुर पहुंचा, जहां ताजिया को विसर्जित किया गया। इस तरह नौ दिनों के बाद दसवी पहलाम के रोज कार्यक्रम शहीदे कर्बला में सम्पन्न हुई।

सीतापुर में मातमी जुलूस के साथ निकाला ताजिया

ईमाम हसन हुसैन की शहादत को याद कर मनाये जाने वाले मोहर्रम पर मुस्लिम समुदाय द्वारा पारंपरिक तरीके से ताजिया निकालते हुये मनाया गया। मोहर्रम के नौवी तारीख को रात्रि ताजिया के साथ जुलूस निकाल कर नगर भ्रमण किया गया। चैक पर पहुंच कर तरह-तरह के करतब भी दिखाए गये। मुस्लिम समुदाय द्वारा मातमी जुलूस के साथ ताजिया निकाला गया। इस बीच महामाया पारा, आदर्शनगर व मस्जिद मुहल्ला से ताजिया निकाला गया, वहीं जगह-जगह खिचड़ी वितरण किया जा रहा था। इस अवसर पर समाज के लोग काफी संख्या में उपस्थित थे।