अम्बिकापुर. विधानसभा चुनाव हारने के बाद लोकसभा जीतने वाली बीजेपी के लिए अब निगम चुनाव जीतना किसी चुनौती से कम नहीं हैं. लेकिन सरगुजा भाजपा के अंदर चल रही खींचतान को देखकर लगता नहीं है कि वो आगामी चुनाव मे कांग्रेस के सामने चुनौती पेश कर पाएगी. ऐसा इसलिए क्योंकि भाजपा संगठन के भीतर चल रही उठापटक अब संगठन से सडक मे आ गई है.
आज सरगुजा जिला मुख्यालय अम्बिकापुर मे भाजपा संगठन के लिए मंडल अध्यक्षो के चुनाव की प्रकिया चल रही थी. तभी दरिमा मंडल के अध्यक्ष का नाम फाईनल होने के बाद अचानक कार्यालय के भीतर से नारेबाजी की आवाज सुनाई देने लगी और कुछ ही समय मे दरिमा मंडल महामंत्री राजू पाण्डेय के समर्थक और मंडल के बूथ प्रभारी कार्यालय से निकलकर सडक पर आ गए और संगठन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे.
दरअसल दरिमा मंडल मे जिला पंचायत अध्यक्ष फुलेश्वरी सिंह अपनी दखल को सबसे मजबूत मानती हैं. लिहाजा उन्होने अपने समर्थक और पार्टी मे अंजान नाम गुरुचरण सिंह को दरिमा मंडल अध्यक्ष बनवा दिया.. लेकिन दूसरी ओर दरिमा मंडल के महामंत्री राजू पाण्डेय इस पद के सबसे प्रबल दावेदार माने जा रहे थे. फिर क्या राजू पाण्डेय के समर्थन का गुस्सा अचानक फूट गया और फिर संगठन के अंदर चल रही नूराकुश्ती सडक पर आ गई.
गौरतलब है कि ऐसा विवाद केवल दरिमा मंडल मे नही बल्कि अम्बिकापुर ग्रामीण और अम्बिकापुर शहर को लेकर भी था. लेकिन दरिमा मंडल की बगावत अंदर से भीतर आ गई और भाजपा के अंदर चल रही भडभडाहट सामने आ गई.
वहीं इस संबंध में जब हमने बीजेपी जिलाध्यक्ष अखिलेश सोनी बात करने की कोशिश की, तो उन्होंने कहा कि मैं अपनी माता जी को लेकर परेशान हूँ. चूँकि वो अस्वस्थ हैं.. उन्होंने अपनी माता जी की अस्वस्थता की बात कहते हुए. अपनी मजबूरी बताई और इस मामले में कल कोई भी बयान देने की बात कही!