सीतापुर/अनिल उपाध्याय। गांव में मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए सरकार द्वारा ग्राम पंचायत को दिया जाने वाला सहायता राशि भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई। सरपंच, सचिव द्वारा कागजो में विकास दिखाकर सरकारी पैसों का बंदरबांट किए जाने से गांव का विकास ठप्प हो गया है। मरम्मत के अभाव में गांव की सड़कें बारिश के दिनों में कीचड़ से सराबोर हो गई है। जिसकी वजह से ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस संबंध में सरपंच, सचिव को अवगत कराने के बाद भी कोई पहल नही किये जाने से लोगो मे काफी आक्रोश व्याप्त है। सड़क की दुर्दशा से आक्रोशित ग्रामीणों ने कीचड़ से लथपथ सड़क पर धान रोपाते हुए विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने सरपंच, सचिव पर विकास कार्य के आड़ में सरकारी राशि का फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगा जांच की मांग की है।
दरअसल, मामला ग्राम पंचायत जजगा माझापारा का है। जहाँ की सड़क बारिश के दिनों में कीचड़ से पूरी तरह सराबोर हो गई है। जिसकी वजह से गांव के लोगों का उस सड़क पर चलना दूभर हो गया है। सड़क की दुर्दशा के लिए वार्ड के लोगो ने कई बार सरपंच, सचिव को अवगत करा मरम्मत की मांग की थी। जिसे अनसुना करते हुए सरपंच, सचिव ने सड़क की मरम्मत कराने के बजाए उसे उसके हाल पर छोड़ दिया। जिसकी वजह से आज सड़क की हालत बद से बदतर हो गई है। जबकि सरकार गांव के रख रखाव एवं मरम्मत कार्य के लिए ग्राम पंचायत को लाखो रुपये सहयोग राशि के रूप में प्रदान करती है। जिसका उपयोग आम लोगो की सहमति से गांव के मूलभूत समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता हैं। इसके बावजूद ग्राम पंचायत जजगा के माझापारा की सड़क की हालत जस की तस बनी हुई है।
इस संबंध में ग्रामीणों का कहना है कि कागजो में विकास दर्शाकर सरपंच, सचिव ने सरकारी पैसों का दुरुपयोग किया है। जबकि ग्राम पंचायत के खाते में 14वाँ एवं 15वाँ वित्त का लाखो रुपये गांव के विकास के लिए आता है। जिसका उपयोग सरपंच, सचिव द्वारा कब और किस कार्य के लिए किया है ये जांच का विषय है। सरपंच, सचिव द्वारा बरते जा रहे भेदभाव के कारण गांव में मूलभूत सुविधाओं का टोटा हो गया है। गांव की सड़कें एवं अन्य सरकारी भवनों की हालत रख रखाव के अभाव में बदहाल हो चुकी है। इस संबंध में सरपंच, सचिव को अवगत कराने के बाद भी उनके कानों पर जु तक नही रेंगता।
यही वजह है कि माझापारा की सड़क बदहाली की मार झेल रहा है। सड़क की दुर्दशा से आक्रोशित लोगों ने कीचड़ से सने सड़क पर धान रोप अपना विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने सरपंच, सचिव पर विकास कार्य के आड़ में सरकारी पैसों का दुरुपयोग करने का आरोप लगा जांच की मांग की है। ताकि सरपंच, सचिव द्वारा विकास के नाम पर किये गए फर्जीवाड़े का खुलासा हो सके।