अम्बिकापुर। शहर स्वच्छ्ता के लिए पूरे देश मे मशहूर है। लेकिन अम्बिकापुर का शमशान घाट इन दिनों कचरे से परेशान है। ऐसा नहीं है कि शहर की नगर निगम को इस समस्या की जानकारी नहीं है। लेकिन इस ओर कोई पहल नहीं किए जाने से समस्याएं बढ़ रही है। स्थानीय लोगों की माने तो यहां व्यवस्था नाम की कोई चीज़ नहीं है। हर जगह कूड़ा-कचरा पड़ा हुआ है। लेकिन निगम इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है।
दरअसल अम्बिकापुर शहर के गंगापुर के मुक्तिधाम (शमशान घाट) की हालत जर्जर हो गई है। यहां ना तो बैठने के लिए, कोई जगह है। ना पानी की व्यवस्था है। यहां की देखरेख के लिए चौकीदार तक नहीं है। आलम यह है कि शमशान घाट के अंदर हर तरफ कचरे का ढेर लगा हुआ है। यहां की व्यवस्था भगवान भरोसे है। शमशान के समीप के निवासी प्रताप सिंह बताते हैं कि निगम को इस समस्या को कई बार अवगत कराया गया है। लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
इस संबंध में हमने नगर निगम के महापौर डॉ अजय तिर्की से बात की उन्होंने बताया गंगापुर मुक्तिधाम में सफाई की समस्या है। पिछले समय मे जो बना हुआ था। वो काफ़ी खराब स्थिति में था। कर्मचारी बढ़ाने के लिए शासन को आवेदन दिया है। लेकिन नहीं मिल पाए है। इस वजह से वहां शुरू से काम करते आए हैं। उनके साथ दिक्कत हुई है। बहुत जल्दी वहां चौकीदार रख दिया जाएगा। नल चोरी की बार बार घटनाएं होती है।
पीपीई किट को बाहर फेंका
शासन के गाइडलाइन के मुताबिक़ कोरोना वायरस से मौत के बाद मृतक के शरीर को पीपीई किट के साथ अंतिम संस्कार करना है। लेकिन शमशान घाट परिसर में पीपीई किट बाहर फेंक दिए गए है। जो एक बड़ी लापरवाही है।