सूरजपुर
प्रतापपुर से राजेस गर्ग
गोताखोरों की मदद से नदी से निकाला गया शव
महान नदी को तैरकर पार करने के चक्कर में एक ग्रामीण की डूबर मौत हो गई। समय पर गोताखोर एवं अन्य लोगों की सहायता न मिलने से सैकड़ो लोगों के नजरों के सामने युवक पानी में डूब गया और उसकी मौत हो गई। उच्च अधिकारियों को सूचना देने पर अधिकारी के निर्देश पर तलाशी अभियान चला युवक का शव बाहर निकाला। प्रशिक्षित गोताखोर की लापरवाही से लोगों में भारी आक्रोश था।
मिली जानकारी के अनुसार प्रतापपुर निवासी नरेश सोनी उम्र 40 वर्ष पिता सुदामा सोनी संतोष जायसवाल के साथ बाइक सहित नाव में सवार हो गया, वहीं मृतक नरेश सोनी तैरकर नदी पार करने लगा। नदी आधा पार करने के बाद वह नदी में समाने लगा तथा प्रत्यक्षदर्शियों ने बचाव के लिये आवाज लगाया तो केरता निवासी नाव चलाने वाला गजानंद सदावर्ती ने जान की परवाह किये बिना नदी में छलांग लगा दी, वहीं अन्य लोगों से बचाव में आने कहा, लेकिन लोग युवक की नदी में डूबता देख सिर्फ तमाशबीन बने रहे, वहीं आपदा प्रबंधन के नगर सैनिक के गोताखोर भी त्वरित रेस्क्यू शुरू नहीं किये। समय पर बचाव अभियान शुरू नहीं होने से एक व्यक्ति की अकाल मौत हो गई। मृतक प्रतापपुर में फल का दुकान चलाता था। निजी कार्य से अम्बिकापुर जा रहा था। लोगों के मना करने के बाद भी नदी में कम पानी देख तैरकर पार होने लगा, जिससे वह डूब गया। लोगो ने सुरक्षा एवं नदी पार कराने के लिये तैनात किये गये गोताखोर के जवान मौके से नदारत थे। लोग बचाव कार्य हेतु गोताखोर ढूढंते रहे, लेकिन तैनात 17 जवानों में महज 3-4 जवान मौके पर पहुंचे और बचाव की खानापूर्ति करने लगे। गोताखोरो का रवैया देख लोगों में भारी आक्रोश था, उसकी शिकायत लोगों ने उच्च अधिकारियों से की, तब जाकर बचाव एवं तलाशी अभियान प्रारंभ हो सका।