मूकबधिर बनकर लोगो को कर रहे थे गुमराह
मूकबधिर बनकर पैसा ठगी करने वाले दो युुवक गिरफ्तार
अम्बिकापुर
उत्तर प्रदेश क्षेत्र से अम्बिकापुर में आकर अपने आप को मूक बधिर होने व स्कूली बच्चों के सहायता राशि के नाम पर अवैध उगाही करने वाले दो मूक बधिर युवकों को पुलिस ने लाॅज चेकिंग के दौरान इन्द्राशान्ति लाॅज में जांच उपरांत मिले फर्जी मूक बधिर प्रमाण पत्र के संबंध में कडाई से पूछताछ की तो मूक बधिर बने दोनों युवक ने सारी घटना पुलिस से बताने लगी। जिस पर पुलिस ने लोगों को गुमराह करके ठगी करने पर दोनों को गिरफ्तार कर धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है।
जानकारी के अनुसार उत्तरप्रदेश क्षेत्र के खरबनिया निवासी सुभाष गौतम पिता बाल किशुन व राहुल कुमार पिता सीता शंकर जो बाबूपारा स्थित इन्द्रशांति लाॅज के कमरा नम्बर 216 मे 3 जनवरी से रूके हुये थे। बीती रात गश्त कर रही कोतवाली पुलिस लाॅजों की चेकिंग करने हुये जब इन्द्राशांति लाॅज पहुंची तो कमरा नम्बर 216 में रूके दोनों युवक संदिग्ध लगे और जब उनके सामानों की जांच की तो पुलिस को उसके बैग में दोनों का मूक बधिर होने का प्रमाण पत्र मिला। मूक बधिर बने दोनों युवक पहले तो कुछ समय तक पुलिस के सामने मूक बधिर होने का नाटक करते रहे और पुलिस को काफी देर तक गुमराह किया। जब पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो दोनों मूक बधिर के मुख से आवाज व कान से सुनाई देने लगा।
पुलिस को पूछताछ में पता चला की दोनों युवक 30 दिसम्बर को अपने गांव से फरीदाबाद पहुंचे जहां ट्रेन से इलाहाबाद होते हुये अनुपपुर पहुंचे और अनुपपुर से 3 जनवरी को अम्बिकापुर पहुंचने के बाद सीधे बाबूपारा स्थित इन्द्रशांति लाॅज में पहुंच लाॅज के मैनेजर सत्तीपारा निवासी महेश चंदेल को गुमराह करते हुये एक कागज में लिखकर बताया की दोनों मूक बंधिर है और स्कूल के बच्चों के सहायता के लिए राशि एकत्र कर रहे है। उनकी बातों में आकर मैनेजर ने बिना पैसा लिए ही ठहरने की इजाजत दे दी। जिसके बाद दोनों ने नगर में घूम-घूम कर लोगों को अपना फर्जी मूक बधिर का प्रमाण पत्र दिखाकर धोखाधड़ी का करोबार शुरू कर दिया था। बहरहाल पुलिस ने लाॅज के मैनेजर की रिपोर्ट पर दोनों युवक के खिलाफ धारा 420, 416 व 34 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।