
रायपुर। साइबर ठगी के मामलों में पुलिस ने एक बार फिर बड़ी कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो साइबर अपराधियों के लिए फर्जी बैंक खाते खोलने और उन्हें ऑपरेट करने का काम करते थे। ये कार्रवाई ऑपरेशन “साइबर शील्ड” के तहत की गई है।
पुलिस की जांच में पता चला है कि आरोपी देश के अलग-अलग हिस्सों चेन्नई, अहमदाबाद और महाराष्ट्र के जालना में लगातार ठिकाने बदलते रहे ताकि गिरफ्तारी से बच सकें। आरोपी खुद ही म्यूल बैंक खातों को संचालित कर साइबर ठगों से मिली रकम को इधर-उधर करते थे।
IG ने दिए थे कार्रवाई के निर्देश
रायपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक अमरेश मिश्रा के निर्देश पर रेंज साइबर थाना रायपुर ने साइबर क्राइम पोर्टल में दर्ज म्यूल बैंक अकाउंट मामलों की जांच शुरू की थी। इसी क्रम में थाना कोतवाली रायपुर में दर्ज अपराध क्रमांक 45/25 के तहत जांच आगे बढ़ाई गई।
तकनीकी विश्लेषण और पहले गिरफ्तार आरोपियों से मिली जानकारी के आधार पर दो और लोगों की भूमिका सामने आई। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
फेसबुक से हुई थी दोस्ती, फिर शुरू किया साइबर खेल
जांच में सामने आया है कि मुख्य आरोपी राहुल यादव ने फेसबुक के जरिए काजल यादव से दोस्ती की थी। इसके बाद दोनों ने मिलकर बैंक खाते खुलवाए और उन्हें साइबर ठगों के लिए ऑपरेट करने लगे। आरोपियों ने बड़ी मात्रा में ठगी की रकम हासिल की है।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान
1. राहुल यादव, पिता रामअवध यादव, उम्र 27 वर्ष, निवासी ग्राम मवाई, थाना खेतासराय, जिला जौनपुर (उत्तर प्रदेश)
2. काजल यादव, पिता राजाराम यादव, उम्र 28 वर्ष, निवासी सदर वार्ड, भाटापारा, जिला बलौदाबाजार (छत्तीसगढ़)