Surajpur News: “दूसरों के साथ घूमती हो, गलत काम करती हो, इसके बाद हुआ क्राइम”, “पहले मारपीट, फिर हत्या”, “मां ने बेटा और बेटियों के साथ मिलकर गले में घुसा दी लोहे ही रॉड” ये सनसनीखेज घटना छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले की है. यहां एक शख्स की खौफनाक तरीके से हत्या कर दी गई और वजह थी महिला के खिलाफ गलत कमेंट.
दरअसल, 5 जुलाई को सूरजपुर कोतवाली थाना क्षेत्र के नरेशपुर गांव की ज्योति सतनामी ने थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया कि इसके पिता सुखलाल गांव के ही रनिया के घर गए हुए थे. जहां से आकर बताए कि रनिया और उसका लड़का मारपीट किए है और जान से मारकर फेंक देने की धमकी दिए हैं. इसके बाद वजह जानने के लिए ज्योति अपने मां के साथ रनिया के घर पहुंची. और रनिया से पूरे मामले को लेकर पूछताछ की.
तब रनिया ने ज्योति और उसकी मां को बताया कि सुखलाल (ज्योति के पिता) बोलता है कि गलत काम करती हो और दूसरों के साथ घूमती हो. इसके बाद रनिया, उसका बेटा, बेटी अनिता और सरिता, ज्योति और उसकी मां के साथ गाली-गलौज करते हुए मारपीट करने लगे. तब चिल्लाने पर सुखलाल और उसका बेटा मौके पर पहुंचे और बीच-बचाव कर घर ले गए.
इसके बाद ज्योति और उसकी मां को सूचना मिली कि रनिया और उसके बेटे द्वारा सुखलाल के साथ मारपीट कर गले में लोहे का सुम्मा (रॉड) घुसकर हत्या कर दिए है. इस घटना पर पुलिस ने सुखलाल (मृतक) की बेटी की रिपोर्ट पर आरोपियों के खिलाफ धारा 302, 294, 506, 323, 34 के तहत अपराध दर्ज किया. घटना की जानकारी एसपी आई कल्याण एलिसेला को दी गई, तब उन्होंने कोतवाली पुलिस को हत्या की घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिए.
इसपर सूरजपुर कोतवाली पुलिस ने दबिश देकर आरोपी रनिया पति स्व. मानसाय (42 वर्ष), अनिता रवि पिता स्व. मानसाय (21 वर्ष), सरिता उर्फ छोटी स्व. मानसाय (19 वर्ष) सभी निवासी नरेशपुर को पकड़ा. पुलिस ने आरोपियों से घटना को लेकर पूछताछ की, तब इन लोगों ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया. इनके निशानदेही पर घटना में उपयोग किए गए सामानों को जब्त कर तीनों को गिरफ्तार किया गया. वहीं इस मामले में रनिया का बेटा फरार है, जिसकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है.
इस कार्यवाही में थाना प्रभारी सूरजपुर लक्ष्मण सिंह धुर्वे, एसआई गजपति मिर्रे, एएसआई अरूण गुप्ता, प्रधान आरक्षक इसित बेहरा, महेन्द्र सिंह, राहुल गुप्ता, आरक्षक तेजीलाल साहू, महिला प्रधान आरक्षक पार्वती मिंज, महिला आरक्षक चिंता पैंकरा व चंदा भास्कर सक्रिय रहे.