छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी के विवादित बयान को किसानों से जोड़ते हुए पलटवार करते हुए कहा है..की छत्तीसगढ़ में किसान का बेटा मुख्यमंत्री है..और यहाँ का मंत्रिमंडल किसानों का प्रतिनिधित्व करने वाला मंत्रिमंडल है..तथा किसानों पर थूकने से बह जाएंगे कहना,किसानों का अपमान है इनकी सोंच को मुबारक है!..
दरअसल मुख्यमंत्री बघेल आज राजधानी रायपुर स्थित राजीव भवन में पत्रकार वार्ता को सम्बोधित कर रहे थे..इस दौरान मंत्री रविन्द्र चौबे,शिव डहरिया,मोहम्मद अकबर ,अमरजीत भगत,उमेश पटेल समेत छत्तीसगढ़ सरकार के 9 मंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता मौजूद थे..मुख्यमंत्री ने भाजपा के चिंतन शिविर को सम्बोधित करते हुए भाजपा प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी के विवादित बयान को किसानों को जोड़ते हुए कहा..की किसान पहले हूं, फिर बाद में मुख्यमंत्री हूं.. किसान पर थूकने की बाद कह रहे है..ये किसानों का प्रतिनिधित्व करने वाला मंत्रिमंडल है!..
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हमारे मन मे घृणा नफरत नही है..और ना केवल डी पुरंदेश्वरी बल्कि भाजपा के प्रदेश व राष्ट्रीय इकाई भी किसानों से नफरत करते है..और मैं मांग करता हु की समूचा भाजपा संगठन किसानों से माफी मांगे..
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि हम महिलाओं का सम्मान करने वाले लोग है..इसलिए मैं डी पुरंदेश्वरी के में कुछ नही करूँगा..प्रदेश में एक तरफ भाजपा संगठन मंत्री किसान का मुख्यमंत्री होना चुनौती है..कहते है,और अब थूकने की बात कहते है..
बता दे छत्तीसगढ़ में इन दिनों सियासी घमासान चरम पर है..और जिस सम्बन्ध में मुख्यमंत्री बघेल ने पत्रकार वार्ता को सम्बोधित किया है..वह बस्तर मुख्यालय जगदलपुर में आयोजित हुए भाजपा के चिंतन शिविर का है..जहाँ अपने सम्बोधन में भाजपा प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी ने कहा था कि..अगर आप थूक देंगे तो भूपेश बघेल का मंत्रिमंडल बह जाएगा..जिसके बाद से भाजपा प्रदेश प्रभारी कांग्रेस के निशाने पर है..
बहरहाल प्रदेश में ढाई-ढाई साल के सीएम के मसले का पटाक्षेप अभी नही हुआ है..इसी बीच अब 15 वर्षो से सूबे की सत्ता में रही भाजपा पर निशाना साधने और प्रदेश की जनता का ध्यान भटकाने के कवायद में कांग्रेस जुट गई है! .