Chhattisgarh: आवारा पशु फेर रहे किसानों की मेहनत पर पानी, खेतों में लगी फसल कर रहे चौपट

सीतापुर/अनिल उपाध्याय। पशुपालकों की लापरवाही से आवारा बनकर घूम रहे मवेशी किसानों की मेहनत पर पानी फेर रहे है। आवारा मवेशी खेतों में लगी किसानों की फसल चौपट कर रहे है। बेलगाम हो चुके आवारा पशुओं के कारण किसानों को काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है। जिसकी वजह से किसान काफी परेशान है। उन्होंने पशुपालकों से मवेशियों पर निगरानी रखने की बात कही है। ताकि खेतो में लगी फसल को नुकसान से बचाया जा सके।
     
जानकारी के अनुसार ग्राम बनेया में आवारा पशुओं ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी है। पशुपालकों की लापरवाही से आवारा पशु किसानों की मेहनत पर पानी फेरने लगे है। निगरानी के अभाव में बेलगाम हो चुके आवारा पशु खेतों में लगी फसल चौपट कर रहे है। किसानों के लाख कोशिशों के बाद भी पशुपालक अपनी आदतों से बाज नही आ रहे है। पशुपालकों की लापरवाही के कारण मवेशीयो का आतंक बढ़ता जा रहा है। जिसकी वजह से आवारा मवेशी खेतों में लगी धान एवं टमाटर की फसलों को काफी नुकसान पहुंचा चुके हैं। बेलगाम मवेशियों की वजह से अपनी मेहनत पर पानी फिरता देख किसान काफी आहत हैं। उन्होंने पशुपालकों से कई बार अपने बेलगाम हो चुके पशुओं पर निगरानी की बात कह चुके है। ताकि खेतों में लगी फसल को मवेशियों के कारण होने वाले नुकसान से बचाया जा सके। लेकिन पशुपालक है कि किसान की बात मानने को तैयार नही। किसानों के कहने का उनपर रत्तीभर भी असर नही पड़ा।जिसकी वजह से आज भी गांव में आवारा पशुओं का आतंक बरकरार है। जो मौका मिलते ही खेतों में लगे किसान की फसल को चौपट करने से बाज नही आ रहे है।

इस संबंध में किसान डायरेक्टर यादव ने बताया कि आवारा पशुओं की वजह से फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। आवारा पशुओं की वजह से खेतो में लगे धान एवं टमाटर के फसलों को सबसे ज्यादा क्षति पहुंची है। इस संबंध में पशुपालकों को अवगत कराने के बाद भी कोई असर नही हुआ।जो किसानों के लिए बड़ी चिंता की बात है। पशुपालक अगर बेलगाम पशुओं को नियंत्रण में रखे तो काफी हद तक फसलों को नुकसान से बचाया जा सकता है।